
How To Treat Dry Skin On Face
How To Treat Dry Skin On Face: सूखी त्वचा सिर्फ एक साधारण समस्या नहीं है — यह आपके आत्मविश्वास को भी प्रभावित कर सकती है। जब त्वचा फटने लगे, खुजली करे या कपड़ों पर झड़ने लगे, तो दिनभर बेचैनी बनी रहती है। और अगर यही सूखापन चेहरे पर हो, तो हर किसी की नज़र वहीं टिकती है, जिससे आपको असहज महसूस हो सकता है।
त्वचा विशेषज्ञ डॉ. जेनिफर लुकास बताती हैं कि सूखी त्वचा किसी को भी हो सकती है, चाहे वो युवा हो या बुजुर्ग। इसकी वजहें कई हो सकती हैं — ठंडी हवा, गर्म पानी से नहाना, नमी की कमी या गलत स्किन केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल।
लेकिन अच्छी बात ये है कि कुछ आसान आदतों से आप अपनी त्वचा को बेहतर बना सकते हैं। सबसे पहले, हल्के क्लींजर का प्रयोग करें और नहाने के तुरंत बाद मॉइस्चराइज़र लगाएं ताकि त्वचा की नमी लॉक हो जाए। दिन में कम से कम दो बार त्वचा को हाइड्रेट करें और बहुत गर्म पानी से नहाने से बचें।
थोड़ी सी समझदारी और रोज़ाना की देखभाल से आप सूखी त्वचा की समस्या को जड़ से खत्म कर सकते हैं — और अपनी त्वचा को फिर से मुलायम और दमकता हुआ बना सकते हैं।
चेहरे की रूखी, परतदार त्वचा के आम कारण: जानिए असली वजहें
चेहरे की सूखी और परतदार त्वचा कई बार केवल मौसम की देन नहीं होती — इसके पीछे कई गहरी वजहें हो सकती हैं। उम्र बढ़ने के साथ हमारी त्वचा की नमी धीरे-धीरे कम होने लगती है। आमतौर पर 60 की उम्र के बाद ज्यादातर लोगों को त्वचा में रूखापन महसूस होने लगता है।
लेकिन केवल बुज़ुर्ग ही नहीं, कम उम्र के लोग भी इस परेशानी से जूझ सकते हैं। ठंडी, सूखी जलवायु में रहना या लगातार सूरज की तेज़ किरणों के संपर्क में आना त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है।
इसके अलावा कुछ स्वास्थ्य समस्याएं जैसे डायबिटीज, थायरॉइड या किडनी से जुड़ी बीमारियां भी त्वचा को रूखा बना देती हैं। कुछ दवाएं, जैसे कोलेस्ट्रॉल घटाने वाली स्टैटिन्स, पेशाब बढ़ाने वाली डाइयूरेटिक्स या कीमोथेरेपी भी त्वचा की नमी छीन सकती हैं।
त्वचा की बनावट और रंग भी भूमिका निभाते हैं — बहुत गोरी, काली या गहरी रंगत की त्वचा मध्यम रंगत वाली त्वचा की तुलना में ज़्यादा सूखी हो सकती है। इसके साथ ही, एक्जिमा, सोरायसिस और सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस जैसी स्किन कंडीशन्स और धूम्रपान त्वचा को और भी बेजान बना सकते हैं।
चेहरे की सूखी त्वचा से छुटकारा कैसे पाएं: आसान और असरदार उपाय
चाहे आपकी त्वचा पर सिर्फ कुछ सूखे धब्बे हों या पूरा चेहरा रेगिस्तान जैसा महसूस हो रहा हो — सही देखभाल से इसे काफी हद तक बेहतर किया जा सकता है। सूखी त्वचा के इलाज का मकसद सिर्फ उसे ठीक करना नहीं, बल्कि उसे आराम देना, नमी लौटाना और फिर से सूखने से बचाना भी है।
डॉ. जेनिफर लुकास कहती हैं कि त्वचा कितनी सूखी है और सूखने की असली वजह क्या है, इसके आधार पर इलाज थोड़ा अलग हो सकता है। लेकिन कुछ मूल बातें हैं जो हर किसी के लिए काम करती हैं।
सबसे पहले, अपनी त्वचा को शांत और राहत देने वाले प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें। एल्कोहॉल या हार्श केमिकल्स वाले फेस वॉश से बचें, और इसके बजाय माइल्ड क्लींजर अपनाएं। नहाने या चेहरा धोने के तुरंत बाद मॉइस्चराइज़र लगाएं ताकि नमी लॉक हो जाए।
रोजाना चेहरे को दो बार मॉइस्चराइज़ करें और अगर संभव हो तो ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें, खासकर ठंडे और सूखे मौसम में।
थोड़ी सी सावधानी और सही आदतें आपकी त्वचा को ना सिर्फ ठीक कर सकती हैं, बल्कि उसे फिर से सूखने से भी बचा सकती हैं।
1. त्वचा की मौजूदा नमी को कैसे बनाए रखें: छोटी-छोटी बातें जो बड़ा असर डालती हैं

उम्र बढ़ने के साथ हमारी त्वचा की नमी धीरे-धीरे कम होने लगती है। लगभग 40 की उम्र के बाद त्वचा का नैचुरल ऑयल (सीबम) बनना काफी घट जाता है, जिससे रूखापन बढ़ जाता है। इसलिए यह बेहद ज़रूरी है कि हम त्वचा में जो थोड़ी-बहुत नमी बची होती है, उसे संभाल कर रखें — खासकर तब, जब आपकी त्वचा पहले से ही सूखी हो।
त्वचा की नमी को बनाए रखने के लिए कुछ आसान लेकिन प्रभावशाली उपाय अपनाएं:
- चेहरा धोते या नहाते वक्त गर्म पानी से परहेज करें, क्योंकि यह त्वचा को और ज्यादा सूखा बना देता है।
- त्वचा को रगड़ने या जोर से पोंछने की आदत छोड़ दें — इससे त्वचा की ऊपरी नमी की परत हट जाती है।
- ऐसे स्किन प्रोडक्ट्स से बचें जो त्वचा को सुखा देते हैं, जैसे रेटिनॉल या कसैले टोनर। अगर आप एंटी-एजिंग रूटीन में रेटिनॉल का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो उसके साथ हायालुरोनिक एसिड जैसे मॉइस्चर देने वाले तत्वों को शामिल करें।
डॉ. लुकास कहती हैं, “छोटी-छोटी आदतें — जैसे ठंडे या गुनगुने पानी का इस्तेमाल — भी आपकी त्वचा को राहत दे सकती हैं और उसमें नमी को लंबे समय तक बनाए रख सकती हैं।”
2. सूखी त्वचा की जड़ में छिपी बीमारियों का इलाज ज़रूरी है

अगर आपकी त्वचा लगातार रूखी बनी रहती है, तो सिर्फ मॉइस्चराइज़र लगाना काफी नहीं होगा। असली राहत तभी मिलेगी जब उस समस्या का इलाज किया जाए जो अंदर ही अंदर त्वचा को सूखा बना रही है। कई बार त्वचा की यह स्थिति किसी छुपी हुई बीमारी का संकेत भी हो सकती है।
डॉ. जेनिफर लुकास बताती हैं कि कुछ स्वास्थ्य समस्याएं — जैसे ऑटोइम्यून डिज़ीज़, लिवर संबंधी रोग, थायरॉइड की गड़बड़ी, स्किन कैंसर या अन्य त्वचा रोग — आपकी त्वचा को सामान्य से कहीं ज़्यादा रूखा बना सकते हैं।
वो साफ करती हैं, “अगर सूखापन सिर्फ चेहरे तक सीमित नहीं है और शरीर के अन्य हिस्सों में भी महसूस हो रहा है, साथ ही बदन दर्द या जोड़ों में अकड़न जैसी और भी लक्षण दिख रहे हैं — तो यह किसी गहरी बीमारी की ओर इशारा कर सकता है।”
अगर आपको अभी तक किसी बीमारी की पहचान नहीं हुई है, लेकिन आपको शक है कि कुछ गड़बड़ है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। सही जांच और समय पर इलाज से आप बड़ी समस्या को टाल सकते हैं और त्वचा को भी फिर से स्वस्थ बना सकते हैं।
3. हर दिन नमी देना है ज़रूरी: रूखी त्वचा की असली देखभाल ऐसे करें

चेहरे की सूखी त्वचा से निपटने का सबसे असरदार तरीका है — हर दिन, और दिन में कई बार त्वचा को मॉइस्चराइज़ करना। चेहरा धोने के तुरंत बाद, यानी 5 मिनट के अंदर मॉइस्चराइज़र लगाना बेहद ज़रूरी होता है, ताकि त्वचा की ताजगी और नमी बनी रहे।
डॉ. जेनिफर लुकास सलाह देती हैं कि ऐसा मॉइस्चराइज़र चुनें जिसमें हों:
- सेरामाइड्स – ये त्वचा की सुरक्षा परत को मज़बूत बनाते हैं।
- हायालुरोनिक एसिड – यह आपकी त्वचा में पहले से मौजूद होता है, लेकिन उम्र और पर्यावरण के कारण कम हो जाता है।
- स्क्वालेन – यह एक नेचुरल ऑयली कंपाउंड है जो सूजन और लालपन को कम करता है और त्वचा को गहराई से नमी देता है।
वो कहती हैं, “महंगे प्रोडक्ट्स की ज़रूरत नहीं, बस ऐसा मॉइस्चराइज़र चाहिए जो आपकी त्वचा की खोई नमी लौटा दे — ऐसे प्रोडक्ट्स आसानी से दवा की दुकानों में मिल जाते हैं।”
अगर चेहरे पर कोई हिस्सा बहुत ज्यादा सूखा हो, तो रात को सोने से पहले वहां पेट्रोलियम जैली हल्के हाथों से लगाएं। और अगर पूरा चेहरा सूखा लगता है, तो आप “स्लगिंग” ट्राई कर सकते हैं — यानी पूरे चेहरे पर एक पतली परत में पेट्रोलियम जैली लगाना। हां, अगर इससे पिंपल्स निकलने लगें, तो तुरंत बंद कर दें या मात्रा कम कर दें।
4. पुरानी त्वचा को सुधारना भी है ज़रूरी: सिर्फ मॉइस्चराइज़र काफी नहीं
चेहरे की सूखी और परतदार त्वचा अक्सर केवल मौसमी कारणों से नहीं होती — ये सालों तक धूप की मार और हार्श स्किन प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से धीरे-धीरे बनी हुई त्वचा की क्षति का नतीजा हो सकती है।
डॉ. जेनिफर लुकास बताती हैं, “उम्र के साथ ये नुकसान धीरे-धीरे जमा होता जाता है। और जब त्वचा मैच्योर हो जाती है, तो उसे सुधारने के लिए अक्सर त्वचा विशेषज्ञ की देखरेख में इलाज की ज़रूरत होती है।”
ऐसे कुछ ट्रीटमेंट्स जो पहले से खराब हो चुकी त्वचा को सुधार सकते हैं:
- टॉपिकल कीमोथैरेपी क्रीम्स, जो सूखी और कैंसर-पूर्व अवस्थाओं वाली जगहों पर असर डालती हैं।
- फोटोडायनामिक थेरेपी, जिसमें लाइट और दवाओं की मदद से हानिकारक कोशिकाओं को खत्म किया जाता है।
- केमिकल पील्स और वॉशेस, जो नियंत्रित तरीके से त्वचा को एक्सफोलिएट करते हैं।
- लेज़र ट्रीटमेंट्स, जो नई त्वचा को सतह पर लाते हैं।
- हायालुरोनिक एसिड इंजेक्शन, जो त्वचा में नमी और भराव वापस लाते हैं।
डॉ. लुकास कहती हैं, “त्वचा की पुरानी क्षति को हटाने और नई, हेल्दी त्वचा को फिर से जीवंत करने के कई उपाय हैं — बस यह समझना ज़रूरी है कि आपकी त्वचा को किस तरह की देखभाल की ज़रूरत है।”
5. सूखी त्वचा की देखभाल प्यार से करें, जल्दबाज़ी से नहीं
जब चेहरे पर सूखी और परतदार त्वचा दिखती है, तो अक्सर हमारा पहला रिएक्शन होता है — स्क्रब कर के उसे हटा देना। लेकिन यहीं हम बड़ी गलती कर बैठते हैं। त्वचा विशेषज्ञ डॉ. जेनिफर लुकास चेतावनी देती हैं कि ज्यादा एक्सफोलिएशन यानी स्क्रबिंग, आपकी त्वचा को और नुकसान पहुंचा सकता है।
वो कहती हैं, “अक्सर लोग सोचते हैं कि वे सिर्फ सूखी परत हटा रहे हैं, लेकिन असल में वे त्वचा की स्वस्थ परत को भी छील देते हैं। फिर उस नई क्षतिग्रस्त त्वचा को ठीक करना पड़ता है। अगर आप बार-बार यही करते रहेंगे, तो एक ऐसा चक्र शुरू हो जाएगा जो आपकी त्वचा को और भी संवेदनशील बना देगा।”
सूखी त्वचा वैसे ही बेहद नाज़ुक होती है, इसलिए उसकी देखभाल भी बेहद कोमलता से करें। चेहरा धोने के बाद तौलिए से रगड़ने के बजाय हल्के हाथों से थपथपा कर सुखाएं। मॉइस्चराइज़र भी धीरे-धीरे और बिना दबाव के लगाएं।
याद रखें, त्वचा को सुधारने के लिए सख्ती नहीं, समझदारी और कोमलता चाहिए।
6. प्रकृति के असर से त्वचा को कैसे बचाएं: हर मौसम में ज़रूरी है सुरक्षा
चाहे आप तेज़ धूप वाले इलाके में रहते हों या ठंडी, सुनी-सुनी जगह पर — आपकी त्वचा को मौसम के असर से बचाना हर हाल में ज़रूरी है। सूरज की किरणें, ठंडी हवा या तेज़ हवाएं — सब मिलकर आपकी त्वचा की नमी को चुरा सकते हैं और उसे रूखा, बेजान बना सकते हैं।
डॉ. जेनिफर लुकास सलाह देती हैं, “अगर आप जवानी में ही समझदारी दिखाते हैं और अपनी त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाते हैं, तो बुढ़ापे में सूखी और डैमेज्ड त्वचा की संभावना काफी कम हो जाती है।”
त्वचा को नुकसान पहुंचाने वाले कुछ आम कारक हैं:
- टैनिंग बेड्स का ज़्यादा इस्तेमाल
- सीधी धूप में रहना
- ठंडी और शुष्क हवा
- तेज़ हवा का बार-बार संपर्क
इसलिए जरूरी है कि हर दिन ऐसा मॉइस्चराइज़र इस्तेमाल करें जिसमें सनस्क्रीन शामिल हो। और जब बाहर निकलें, तो धूप से बचने के लिए छाया में रहें, टोपी पहनें और सर्द मौसम में चेहरे को स्कार्फ से ढकें।
याद रखें — मौसम बदलते रहेंगे, लेकिन अगर आपकी स्किन प्रोटेक्शन रूटीन मजबूत है, तो आपकी त्वचा हर मौसम में खूबसूरत बनी रहेगी।
7. चेहरे पर इस्तेमाल होने वाले प्रोडक्ट्स पर दें ध्यान: खूबसूरती या नुकसान?
चाहे आपकी त्वचा हमेशा से सूखी रही हो या अभी-अभी किसी नए ड्राय पैच ने आपको परेशान किया हो — सबसे पहले उन प्रोडक्ट्स की जांच करें जिन्हें आप चेहरे पर इस्तेमाल करते हैं। डॉ. जेनिफर लुकास की मानें तो सिर्फ क्लेंज़र और मॉइस्चराइज़र ही नहीं, बल्कि मेकअप और शैम्पू जैसे प्रोडक्ट्स भी सूखापन बढ़ा सकते हैं।
त्वचा की देखभाल के लिए ऐसे प्रोडक्ट्स चुनें जो विशेष रूप से चेहरे के लिए बने हों। और सबसे ज़रूरी बात — फ्रेगरेंस-फ्री यानी खुशबू रहित प्रोडक्ट्स का चुनाव करें। ध्यान रखें, “अनसेंटेड” और “फ्रेगरेंस-फ्री” एक जैसे नहीं होते। अनसेंटेड प्रोडक्ट्स में भी कभी-कभी ऐसे रसायन होते हैं जो त्वचा को चुभ सकते हैं।
डॉ. लुकास कहती हैं, “हम अक्सर उम्र के असर को कम करने के लिए रेटिनॉल जैसे तत्वों का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन ये त्वचा को और ज्यादा सुखा सकते हैं।” ऐसे में संतुलन ज़रूरी है — कुछ ऐसे उत्पाद चुनें जिनमें हायालुरोनिक एसिड जैसे हाइड्रेटिंग तत्व हों जो सूखेपन को कम करें और त्वचा को कोमल बनाए रखें।
चेहरे की सूखी त्वचा के लिए डॉक्टर से कब मिलें: कब ज़रूरत है एक्सपर्ट की सलाह की?
अक्सर चेहरे की सूखी त्वचा को हम घर पर ही कुछ आसान बदलावों और सही स्किन केयर रूटीन से ठीक कर सकते हैं। लेकिन अगर कई कोशिशों के बावजूद भी सूखापन बना रहे, तो त्वचा विशेषज्ञ या डॉक्टर से मिलना समझदारी भरा कदम हो सकता है।
डॉ. जेनिफर लुकास कहती हैं, “ज्यादातर मामलों में सूखी त्वचा को ठीक किया जा सकता है, लेकिन कभी-कभी इसके पीछे गहरी वजहें होती हैं, जिन्हें समझना और इलाज करना ज़रूरी होता है।”
अगर आपकी त्वचा:
- गीली और लाल दिखने लगी है — तो यह सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस जैसी स्थिति का संकेत हो सकता है, जो चेहरे की सामान्य यीस्ट पर रिएक्शन है।
- इतनी खुजली कर रही है कि आपकी दिनचर्या या नींद प्रभावित हो रही है।
- उम्र बढ़ने के साथ लगातार खराब हो रही है, बिना किसी सुधार के।
- हल्के गुलाबी रंग की होकर लंबे समय तक बनी हुई है — यह प्रिकैंसरस सेल्स का संकेत हो सकता है।
डॉ. लुकास कहती हैं, “एक्सपर्ट की मदद से आप ना सिर्फ समस्या का इलाज कर सकते हैं, बल्कि भविष्य में त्वचा को दोबारा सूखने से भी बचा सकते हैं। उम्र चाहे जो हो, नमी को प्राथमिकता दें और रोज़ाना सनस्क्रीन लगाना न भूलें।”
निष्कर्ष:-
चेहरे की सूखी त्वचा एक आम समस्या है, लेकिन थोड़ी देखभाल और सही स्किन केयर रूटीन से इसे आसानी से ठीक किया जा सकता है। हल्के और नेचुरल क्लींजर का इस्तेमाल, मॉइश्चराइज़र लगाना, सनस्क्रीन का प्रयोग और सही खानपान अपनाकर आप त्वचा को नमी और चमक दे सकते हैं। अगर घरेलू उपायों के बावजूद भी सूखापन बना रहे या त्वचा में खुजली, जलन या पपड़ी जमने लगे, तो त्वचा विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें। ध्यान रखें — खूबसूरत त्वचा की चाबी है नियमित देखभाल और धैर्य।
FAQ:-
चेहरे की रूखी त्वचा होने के क्या कारण हो सकते हैं?
चेहरे की त्वचा रूखी होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं — जैसे ठंडा मौसम, नमी की कमी, ज़्यादा गर्म पानी से धोना, गलत स्किनकेयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल, उम्र बढ़ना या शरीर में पानी की कमी।
क्या रोज़ाना मॉइश्चराइज़र लगाना जरूरी है?
हां, रूखी त्वचा वालों के लिए रोज़ाना मॉइश्चराइज़र लगाना बहुत जरूरी है। यह त्वचा की नमी बनाए रखता है और खुजली या जलन से बचाता है।
चेहरे के लिए कौन-सा घरेलू उपाय सबसे असरदार है?
शहद, एलोवेरा जेल, नारियल तेल और दूध जैसे घरेलू उपाय रूखी त्वचा के लिए बेहद असरदार होते हैं। ये त्वचा को गहराई से पोषण देते हैं और नमी बनाए रखते हैं।
क्या रूखी त्वचा के लिए साबुन का इस्तेमाल करना सही है?
नहीं, अधिकतर साबुन त्वचा की नमी छीन लेते हैं। इसके बजाय माइल्ड या क्रीम-बेस्ड फेस वॉश का इस्तेमाल करें जो त्वचा को साफ भी करे और मॉइश्चर भी दे।
क्या केवल सर्दियों में ही त्वचा रूखी होती है?
नहीं, गर्मियों में भी धूप, पसीना और पानी की कमी के कारण त्वचा रूखी हो सकती है। इसलिए हर मौसम में स्किनकेयर जरूरी है।