Oily Skin Care Routine Home Remedies In Hindi: गर्मी के मौसम में ऑयली स्किन से छुटकारा पाने के लिए इन घरेलू तरीकों का उपयोग करें

By earndev099@gmail.com

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Oily Skin Care Routine Home Remedies In Hindi
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Oily Skin Care Routine Home Remedies In Hindi: ऑयली स्किन की समस्या से जूझ रहे हैं? जब आप घर पर ही प्राकृतिक तरीके से इसे नियंत्रित कर सकते हैं तो महंगे प्रोडक्ट्स पर खर्च करने की क्या जरूरत? खीरा एलोवेरा और ओट्स जैसी रसोई में आसानी से मिलने वाली चीजों से आप ऑयली स्किन के दुष्प्रभावों को कम कर सकते हैं और इस समस्या से बच सकते हैं।

ऑयली स्किन वाले लोगों को अक्सर गर्मियों में ज्यादा परेशानी होती है। इस मौसम में नमी के कारण त्वचा के पोर्स फैल जाते हैं जिससे सीबम की मात्रा बढ़ जाती है और त्वचा पर अधिक तेल नजर आने लगता है। ज्यादा तेल के कारण धूल और गंदगी त्वचा पर चिपक जाती है जिससे पोर्स ब्लॉक हो जाते हैं। नतीजतन पिंपल्स और एक्ने जैसी समस्याएं पैदा होती हैं।

आजकल बाजार और इंटरनेट पर कई स्किन केयर प्रोडक्ट्स उपलब्ध हैं जो ऑयली स्किन से छुटकारा दिलाने का दावा करते हैं। लेकिन ये प्रोडक्ट्स हर किसी पर एक जैसा असर करें यह जरूरी नहीं। ऐसे में घरेलू उपाय एक प्रभावी और किफायती विकल्प हो सकते हैं। आइए जानते हैं ऑयली स्किन से निजात पाने के कुछ आसान और प्रभावी घरेलू उपाय।

Table of Contents

ऑयली स्किन से कैसे पाएं छुटकारा: आसान घरेलू उपाय

ऑयली स्किन की समस्या से परेशान हैं? महंगे स्किन केयर प्रोडक्ट्स पर खर्च करने की बजाय आप घर पर ही उपलब्ध प्राकृतिक सामग्रियों का इस्तेमाल करके इसे नियंत्रित कर सकते हैं। खीरा एलोवेरा और ओट्स जैसी चीजें न केवल आसानी से उपलब्ध हैं बल्कि ये त्वचा पर किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव को न्यूनतम करके आपको राहत भी दिलाती हैं।

ऑयली स्किन के कारण त्वचा के पोर्स बड़े हो जाते हैं जिससे अधिक सीबम का उत्पादन होता है। नतीजतन त्वचा पर अतिरिक्त तेल नजर आता है और यह गंदगी व धूल को आकर्षित करता है। इससे पोर्स बंद हो सकते हैं जो पिंपल्स और एक्ने जैसी समस्याओं को जन्म देते हैं। गर्मियों में यह समस्या और ज्यादा बढ़ जाती है।

खीरे का रस त्वचा को ठंडक देता है और सीबम को नियंत्रित करता है। एलोवेरा त्वचा को मॉइश्चराइज करते हुए उसकी अतिरिक्त चिकनाई को हटाने में मदद करता है। वहीं ओट्स त्वचा को गहराई से साफ करते हैं। इन घरेलू उपायों से आप प्राकृतिक रूप से ऑयली स्किन की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।

1. मुल्तानी मिट्टी: ऑयली स्किन का प्राकृतिक समाधान

मुल्तानी मिट्टी एक बेहतरीन प्राकृतिक उपाय है जो ऑयली स्किन से छुटकारा पाने में मदद करती है। खनिजों से भरपूर यह मिट्टी त्वचा से अतिरिक्त तेल, पसीना गंदगी और अशुद्धियों को अवशोषित कर त्वचा को साफ और ताजा बनाती है। मुल्तानी मिट्टी त्वचा की नमी बनाए रखते हुए इसे टाइट और चमकदार बनाती है जिससे आपकी त्वचा स्वस्थ और दमकती हुई नजर आती है।

कैसे करें इस्तेमाल

  1. एक बड़ा चम्मच मुल्तानी मिट्टी लें।
  2. इसमें गुलाब जल मिलाकर एक चिकना पेस्ट तैयार करें। अगर गुलाब जल उपलब्ध न हो तो सादे पानी का भी उपयोग किया जा सकता है।
  3. इस पेस्ट को चेहरे और गर्दन पर समान रूप से लगाएं।
  4. पेस्ट को सूखने दें और फिर ठंडे पानी से धो लें।

इस प्रक्रिया को सप्ताह में 2-3 बार दोहराएं। नियमित उपयोग से ऑयली स्किन नियंत्रित होती है और आपकी त्वचा प्राकृतिक रूप से स्वस्थ और चमकदार बनती है।

2. नींबू का रस: ऑयली स्किन के लिए प्राकृतिक उपाय

नींबू का रस ऑयली स्किन के लिए एक प्रभावी और प्राकृतिक उपचार है। इसमें भरपूर मात्रा में साइट्रिक एसिड होता है, जो त्वचा से अतिरिक्त तेल को अवशोषित करता है और तैलीय त्वचा से जुड़े मुंहासों को रोकने में मदद करता है। नींबू में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट त्वचा की गहराई से सफाई करते हैं विषाक्त पदार्थों और गंदगी को हटाते हैं जिससे पिंपल्स और एक्ने की समस्या कम हो जाती है।

कैसे करें इस्तेमाल

  1. सामान्य उपयोग:
    • 2 चम्मच नींबू के रस में 2 चम्मच पानी मिलाएं।
    • इसे अपने चेहरे पर लगाएं और सूखने के बाद सादे पानी से धो लें।
  2. पिंपल्स के लिए:
    • 2 चम्मच नींबू के रस में हल्दी मिलाकर पेस्ट बनाएं।
    • इस पेस्ट को पिंपल्स पर लगाएं और थोड़ी देर बाद सादे पानी से धो लें।

इस उपाय को सप्ताह में 2-3 बार दोहराने से आपकी त्वचा साफ ताजगी भरी और चमकदार नजर आएगी। नींबू का रस न केवल ऑयली स्किन को नियंत्रित करता है बल्कि त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में भी सहायक है।

3. खीरा: ऑयली स्किन का प्राकृतिक समाधान

खीरा एक बहुमुखी और प्राकृतिक उपचार है, जो सभी प्रकार की त्वचा के लिए फायदेमंद है। खासतौर पर ऑयली स्किन के लिए, खीरे में कसैले गुण होते हैं, जो खुले छिद्रों को कसने में मदद करते हैं। इसमें मौजूद विटामिन और खनिज त्वचा की गहराई से सफाई करते हैं जिससे त्वचा मुलायम, कोमल और ताजगी भरी महसूस होती है।

कैसे करें इस्तेमाल

  1. खीरे का रस लगाएं:
    • खीरे को कद्दूकस करें और उसका रस निचोड़ लें।
    • आप खीरे के टुकड़ों को मिक्सर में पीसकर भी रस निकाल सकते हैं।
    • इसे चेहरे पर लगाएं और 15-20 मिनट बाद सादे पानी से धो लें।
  2. अधिक प्रभावशीलता के लिए:
    • खीरे के रस में कुछ बूंदें नींबू का रस मिलाएं।
    • इस मिश्रण को त्वचा पर लगाएं और सामान्य प्रक्रिया की तरह साफ करें।

इस उपाय को नियमित रूप से अपनाने से ऑयली स्किन नियंत्रित होती है और त्वचा स्वस्थ चमकदार और ताजगी से भरपूर नजर आती है।

4. एलोवेरा जेल: ऑयली स्किन का प्रभावी और प्राकृतिक उपाय

एलोवेरा जेल ऑयली स्किन के लिए सबसे बेहतरीन घरेलू उपचारों में से एक है। इसके कसैले गुण त्वचा से अतिरिक्त तेल को हटाने में मदद करते हैं और सूजन या गांठों के आकार को कम करते हैं जिससे मुंहासों को रोकने में सहायता मिलती है। एलोवेरा का नियमित उपयोग त्वचा के पोर्स को कसता है और अतिरिक्त सीबम उत्पादन को नियंत्रित करता है जिससे त्वचा साफ और संतुलित रहती है।

कैसे करें इस्तेमाल

  1. सीधा उपयोग:
    • एलोवेरा जेल को दिन में 2-3 बार अपने चेहरे पर लगाएं।
    • इसे 20-30 मिनट तक सूखने दें, फिर ठंडे पानी से धो लें।
  2. एक्सफोलिएटिंग पैक:
    • एलोवेरा जेल में ओटमील मिलाएं और एक पैक तैयार करें।
    • इसे त्वचा पर लगाएं, हल्के हाथों से मसाज करें, और 15-20 मिनट बाद धो लें।

नियमित उपयोग से आपकी त्वचा अतिरिक्त तेल से मुक्त स्वस्थ और चमकदार नजर आएगी। एलोवेरा न केवल त्वचा को हाइड्रेट करता है बल्कि उसकी प्राकृतिक सुंदरता को भी बढ़ाता है।

5. सूरजमुखी के बीज का तेल: त्वचा के लिए प्राकृतिक मॉइस्चराइजर

सूरजमुखी के बीज का तेल त्वचा के लिए एक बेहतरीन प्राकृतिक मॉइस्चराइजर है जो हाइड्रेशन को संतुलित करता है। यह तेल विशेष रूप से ड्राई स्किन के लिए बहुत फायदेमंद है, क्योंकि यह त्वचा की गहराई में जाकर उसे पोषण प्रदान करता है और नमी बनाए रखता है। सूरजमुखी के बीज का तेल विटामिन E और फैटी एसिड्स से भरपूर होता है, जिससे त्वचा कोमल और मुलायम बनाता है।

यह तेल त्वचा की त्वचा की बाहरी परत को सूखने से बचाता है और त्वचा की नमी को बनाए रखता है। इसके नियमित उपयोग से त्वचा में प्राकृतिक चमक आती है और रूखापन दूर होता है। सूरजमुखी के बीज का तेल न केवल त्वचा को मॉइस्चराइज करता है बल्कि यह त्वचा को पोषित भी करता है।

इसे इस्तेमाल करने के लिए सूरजमुखी के बीज का तेल सीधे त्वचा पर लगाएं और हल्के हाथों से मसाज करें। इसका नियमित उपयोग त्वचा को स्वस्थ नमी से भरपूर और नरम बना देता है।

6. शहद: त्वचा के लिए प्राकृतिक मॉइस्चराइज़र

शहद अपनी मॉइस्चराइजिंग गुणों के लिए जाना जाता है जो चेहरे में नमी बनाए रखने में मदद करता है। यह प्राकृतिक पदार्थ त्वचा को हाइड्रेट करने के साथ-साथ उसे मुलायम और कोमल बनाए रखता है। शहद में कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं।

शहद का नियमित उपयोग त्वचा के विभिन्न समस्याओं जैसे कि ड्राईनेस रैशेज और सूजन को दूर करने में मदद करता है। यह त्वचा की गहराई से सफाई करता है और उसे पोषण प्रदान करता है। इसके एंटीबैक्टीरियल गुण मुंहासों और पिंपल्स जैसी समस्याओं को भी कम करने में सहायक होते हैं।

इसे चेहरे पर लगाकर 15-20 मिनट तक छोड़ दें और फिर पानी से धो लें। शहद का यह प्राकृतिक उपाय त्वचा को न केवल हाइड्रेट करता है, बल्कि उसे प्राकृतिक रूप से स्वस्थ और चमकदार बनाता है।

7. नारियल का तेल: सूखी त्वचा के लिए प्रभावी और प्राकृतिक उपचार

नारियल का तेल सूखी त्वचा के लिए एक बेहतरीन प्राकृतिक उपाय है। यह त्वचा की जलयोजन को सुधारने में मदद करता है और त्वचा की सतह पर लिपिड (फैट) की मात्रा को बढ़ाता है जिससे त्वचा नरम मुलायम और हाइड्रेटेड रहती है। नारियल तेल में प्राकृतिक मॉइस्चराइजिंग गुण होते हैं जो त्वचा में गहराई तक नमी को बनाए रखते हैं।

यह तेल त्वचा को सूखने से बचाता है और उसकी प्राकृतिक चमक को बढ़ाता है। साथ ही यह त्वचा को पोषण भी प्रदान करता है और सूजन को कम करने में मदद करता है। नारियल तेल का नियमित उपयोग सूखी त्वचा को न केवल राहत देता है बल्कि उसे स्वस्थ और चमकदार भी बनाता है।

इसे उपयोग करने के लिए नारियल के तेल को हल्के हाथों से त्वचा पर लगाएं और मसाज करें। इसे रातभर त्वचा पर छोड़ दें या कुछ घंटों बाद धो लें। इसके निरंतर उपयोग से त्वचा को पूर्ण हाइड्रेशन मिलता है और वह निखरी हुई महसूस होती है।

8. ओटमील बाथ: शुष्क त्वचा के लिए प्राकृतिक उपचार

ओटमील बाथ एक प्रभावी और प्राकृतिक तरीका है जो शुष्क त्वचा का इलाज करने में मदद करता है। ओटमील के अर्क में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो त्वचा की जलन को शांत करते हैं और उसे पोषण प्रदान करते हैं। यह त्वचा को हाइड्रेट करता है और उसे मुलायम और कोमल बनाता है।

ओटमील बाथ सूखी त्वचा के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है क्योंकि यह त्वचा को गहरी नमी प्रदान करता है और खुजली को दूर करता है। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण त्वचा की सूजन और लालिमा को कम करते हैं जबकि एंटी-ऑक्सीडेंट्स त्वचा को पर्यावरणीय नुकसान से बचाते हैं।

इसे इस्तेमाल करने के लिए ओटमील को गुनगुने पानी में डालें और उसमें कुछ देर के लिए बैठें। इससे त्वचा को आराम मिलता है और उसकी स्थिति में सुधार होता है। नियमित उपयोग से त्वचा न केवल हाइड्रेटेड रहती है बल्कि वह स्वस्थ और चमकदार भी बनती है।

निष्कर्ष:-

ऑयली स्किन को सही तरीके से संभालना थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन सही देखभाल और घरेलू उपायों से इसे नियंत्रित करना संभव है। खीरा, एलोवेरा, मुल्तानी मिट्टी, नींबू का रस और ओट्स जैसे प्राकृतिक सामग्री न केवल अतिरिक्त तेल को नियंत्रित करते हैं, बल्कि त्वचा को पोषण और ताजगी भी प्रदान करते हैं। नियमित रूप से इन उपायों को अपनी स्किन केयर रूटीन में शामिल करके आप ऑयली स्किन की समस्याओं जैसे पिंपल्स और दाग-धब्बों से बच सकते हैं। याद रखें, प्राकृतिक उपचार के साथ धैर्य और नियमितता बहुत महत्वपूर्ण है। आपकी त्वचा स्वस्थ और चमकदार बनी रहे, यही हमारी शुभकामना है।

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FAQ:-

तैलीय त्वचा का कारण क्या है?

तैलीय त्वचा सीबम (Sebum) के अत्यधिक उत्पादन के कारण होती है, जो हमारी त्वचा की ग्रंथियों से निकलता है। इसके पीछे हार्मोनल बदलाव, आनुवांशिकता, तनाव, और गलत स्किनकेयर उत्पादों का उपयोग मुख्य कारण हो सकते हैं।

तैलीय त्वचा के लिए सबसे अच्छा घरेलू उपाय क्या है?

खीरे का रस, एलोवेरा जेल, मुल्तानी मिट्टी, और नींबू का रस तैलीय त्वचा को नियंत्रित करने के लिए बेहतरीन घरेलू उपाय हैं। ये न केवल अतिरिक्त तेल को कम करते हैं, बल्कि त्वचा को साफ और फ्रेश भी रखते हैं।

तैलीय त्वचा के लिए कौन-कौन से मास्क उपयोगी हैं?

मुल्तानी मिट्टी का मास्क, ओटमील और दही का मास्क, तथा एलोवेरा और हल्दी का पैक तैलीय त्वचा के लिए बहुत प्रभावी माने जाते हैं।

तैलीय त्वचा के लिए साबुन का उपयोग करना चाहिए या फेस वॉश?

तैलीय त्वचा के लिए साबुन से ज्यादा फेस वॉश बेहतर होता है, क्योंकि यह त्वचा को बिना नुकसान पहुंचाए साफ करता है। सल्फेट-फ्री और ऑयल-कंट्रोल फेस वॉश का उपयोग करना चाहिए।

तैलीय त्वचा के लिए कितनी बार चेहरा धोना चाहिए?

दिन में दो से तीन बार चेहरा धोना पर्याप्त है। बार-बार चेहरा धोने से त्वचा की प्राकृतिक नमी खत्म हो सकती है, जिससे त्वचा अधिक तेल का उत्पादन कर सकती है।

क्या तैलीय त्वचा के लिए मॉइस्चराइज़र जरूरी है?

हाँ, तैलीय त्वचा के लिए भी मॉइस्चराइज़र जरूरी है। पानी आधारित या जेल-आधारित मॉइस्चराइज़र का उपयोग करें, जो त्वचा को हाइड्रेट रखे बिना उसे चिपचिपा नहीं बनाता।

तैलीय त्वचा के लिए सनस्क्रीन का उपयोग कैसे करें?

तैलीय त्वचा के लिए जेल या मैट फिनिश सनस्क्रीन का उपयोग करें। यह त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाने के साथ-साथ इसे तैलीय दिखने से भी रोकता है।

तैलीय त्वचा के लिए खान-पान में क्या ध्यान रखना चाहिए?

ज्यादा तैलीय और मसालेदार भोजन से बचें। ताजे फल, सब्जियां, पानी और हर्बल चाय को अपने आहार में शामिल करें।

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