
Best Hair Oil For Low Porosity Hair
Best Hair Oil For Low Porosity Hair: अगर आपके बालों में नमी या तेल आसानी से नहीं समाते, तो हो सकता है आपके बाल लो पोरोसिटी वाले हों। ऐसे बालों की बाहरी परत, यानी क्यूटिकल्स, इतनी कसकर बंद होती हैं कि कोई भी हेयर प्रोडक्ट अंदर तक नहीं पहुंच पाता। नतीजा ये होता है कि प्रोडक्ट बालों की सतह पर ही जम जाता है, जिससे बाल चिपचिपे, भारी और जल्दी गंदे लगने लगते हैं।
इस वजह से लो पोरोसिटी बालों को नमी नहीं मिल पाती, और वे रूखे, बेजान और अक्सर देर से सूखने वाले हो जाते हैं। इस तरह के बालों के लिए खास देखभाल की ज़रूरत होती है। सबसे ज़रूरी बात ये है कि भारी तेलों और क्रीम्स से बचें, क्योंकि ये बालों पर जम जाते हैं और उन्हें और भी सुस्त बना देते हैं।
इसके बजाय, हल्के और आसानी से अवशोषित होने वाले तेलों का इस्तेमाल करें, जैसे आर्गन ऑयल, जोजोबा ऑयल या ग्रेपसीड ऑयल। ये न सिर्फ बालों की जड़ों में गहराई तक पहुंचते हैं, बल्कि उन्हें बिना चिपचिपाहट के पोषण भी देते हैं।
सही देखभाल और सही प्रोडक्ट से आप अपने लो पोरोसिटी बालों को भी सेहतमंद और चमकदार बना सकते हैं।
हेयर पोरोसिटी क्या होती है? जानिए बालों की नमी सोखने की ताकत
हेयर पोरोसिटी क्या होती है? जानिए बालों की नमी सोखने की ताकत
हेयर पोरोसिटी का मतलब है कि आपके बाल नमी (moisture) और हेयर प्रोडक्ट्स को कितनी आसानी से सोखते और संभाल कर रखते हैं। यह पूरी तरह बालों की बाहरी परत यानी क्यूटिकल्स की स्थिति पर निर्भर करता है। अगर क्यूटिकल्स खुले हुए हैं, तो बाल जल्दी नमी सोख लेंगे, और अगर बहुत टाइट हैं, तो नमी अंदर जाना मुश्किल हो जाता है।
आपके बालों की पोरोसिटी कई चीज़ों से प्रभावित हो सकती है — जैसे कि जेनेटिक्स (आनुवंशिक कारण), हीट स्टाइलिंग, कलरिंग या केमिकल ट्रीटमेंट्स, और यहां तक कि पर्यावरण में मौजूद धूल-मिट्टी या सूरज की रोशनी भी इसमें भूमिका निभा सकती है।
हेयर पोरोसिटी को तीन मुख्य कैटेगरी में बांटा जाता है:
- लो पोरोसिटी – जब बाल नमी को सोखने में मुश्किल करते हैं।
- नॉर्मल पोरोसिटी – जब बाल नमी को संतुलित मात्रा में सोखते और रोकते हैं।
- हाई पोरोसिटी – जब बाल बहुत जल्दी नमी सोख लेते हैं, लेकिन उतनी ही तेजी से छोड़ भी देते हैं।
अपने बालों की पोरोसिटी को समझकर आप उनकी बेहतर देखभाल कर सकते हैं।
बालों की पोरोसिटी के प्रकार: जानिए आपके बाल किस कैटेगरी में आते हैं
1. लो पोरोसिटी बाल
इस तरह के बालों में क्यूटिकल्स (बालों की बाहरी परत) बहुत टाइट और सघन होती हैं, जिसकी वजह से नमी और हेयर प्रोडक्ट्स अंदर तक नहीं पहुंच पाते। इसका नतीजा ये होता है कि जड़ें जल्दी-जल्दी चिपचिपी हो जाती हैं, क्योंकि सारा प्रोडक्ट ऊपर ही जमा हो जाता है। वहीं बालों की लंबाई सूखी, बेजान और बिना चमक के दिखती है।
2. मीडियम पोरोसिटी बाल
इस कैटेगरी में क्यूटिकल्स थोड़े खुले होते हैं, जिससे बाल नमी और प्रोडक्ट्स को सही मात्रा में सोखते भी हैं और रोक कर भी रखते हैं। ये पोरोसिटी का आदर्श स्तर माना जाता है, क्योंकि ऐसे बालों की देखभाल आसान होती है और ये ज़्यादा प्रॉब्लम्स नहीं करते।
3. हाई पोरोसिटी बाल
इसमें क्यूटिकल्स बहुत ज़्यादा खुले या फिर डैमेज हो चुके होते हैं। ऐसे बाल नमी तो जल्दी सोख लेते हैं, लेकिन उसे रोक नहीं पाते, जिससे बाल सूखे, रूखे और आसानी से टूटने वाले हो जाते हैं।
कैसे जानें आपके बालों की पोरोसिटी? एक आसान टेस्ट
आप अपने बालों की पोरोसिटी घर बैठे भी जान सकते हैं। इसके लिए ज़रूरत है बस एक साफ और सूखे बाल की और एक गिलास पानी की:
अगर बाल तुरंत गिलास के तल में चला जाए, तो यह हाई पोरोसिटी की निशानी है।
अगर बाल पानी की सतह पर तैरता रहे, तो आपके बाल लो पोरोसिटी वाले हैं।
अगर बाल धीरे-धीरे बीच में जाकर ठहर जाए, तो आपके बाल मीडियम पोरोसिटी वाले हैं।
लो पोरोसिटी बालों के लिए सही तेल क्यों जरूरी हैं?
लो पोरोसिटी बालों की खासियत होती है कि ये नमी को आसानी से अंदर नहीं जाने देते। ऐसे में अगर आप गलत या भारी तेल इस्तेमाल करते हैं, तो बालों पर केवल परत बनती है और बाल चिपचिपे लगने लगते हैं। लेकिन अगर आप सैचुरेटेड और मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड से भरपूर हल्के तेल चुनें, तो ये बालों की गहराई तक पहुंचते हैं और बिना भारीपन दिए उन्हें हाइड्रेट करते हैं।
ये तेल सीधे स्कैल्प से जुड़े हेयर फॉलिकल्स तक जाकर बालों की जड़ों को मज़बूत बनाते हैं, जिससे बाल टूटने से बचते हैं और हेल्दी ग्रोथ को बढ़ावा मिलता है। नियमित उपयोग से ये तेल बालों को अंदर से पोषण देते हैं और उन्हें टूटने, झड़ने या बेजान होने से बचाते हैं।
जब बाल पूरी तरह से हाइड्रेट होते हैं, तो उनकी चमक भी नैचुरली उभरकर सामने आती है। लेकिन ध्यान रहे — सिर्फ तेल ही काफी नहीं होता। सही एंटी-फ्रिज़ प्रोडक्ट्स का भी इस्तेमाल करें, ताकि बालों को पूरी तरह से स्मूद, सॉफ्ट और मैनेजेबल बनाया जा सके।
कम छिद्रयुक्त बालों के लिए 10 बेहतरीन तेल
1. जोजोबा ऑयल: लो पोरोसिटी बालों के लिए सबसे बेहतरीन तेल

अगर आपके बाल नमी को सोखने में धीमे हैं और हेयर प्रोडक्ट्स का असर बालों पर नज़र नहीं आता, तो जोजोबा ऑयल आपके लिए एक गेमचेंजर साबित हो सकता है। इसकी सबसे बड़ी खासियत ये है कि इसकी संरचना हमारे स्कैल्प से निकलने वाले नैचुरल सीबम से मिलती-जुलती है। यही वजह है कि ये हल्का तेल बालों की गहराई तक आसानी से समा जाता है।
जोजोबा ऑयल में ओमेगा-9 फैटी एसिड्स और कई ज़रूरी पोषक तत्व होते हैं, जो बालों के क्यूटिकल्स को बंद कर देते हैं और नमी को भीतर लॉक कर देते हैं। इससे बाल लंबे समय तक मॉइस्चराइज्ड रहते हैं और सूखेपन से राहत मिलती है। इसके अलावा, इसमें एक हल्का UV फिल्टर भी होता है, जो सूरज की हानिकारक किरणों से बालों को सुरक्षा देता है।
अगर आप एक प्रीमियम प्रोडक्ट की तलाश में हैं, तो CHÉRIBÉ Chébé Complex Growth Oil ज़रूर आज़माएं। इसमें 99% नैचुरल इंग्रेडिएंट्स होते हैं, जिनमें जोजोबा ऑयल भी शामिल है। इसकी सूखी और हल्की बनावट बालों में तेजी से समा जाती है, जिससे बाल मज़बूत, चमकदार और हेल्दी बनते हैं — खासकर लो पोरोसिटी बालों के लिए।
2. आर्गन ऑयल: लो पोरोसिटी बालों के लिए सुरक्षा और पोषण का बेहतरीन विकल्प

अगर आपके बाल गर्मी, प्रदूषण या हीट स्टाइलिंग से आसानी से डैमेज हो जाते हैं, तो आर्गन ऑयल आपके बालों के लिए एक मजबूत कवच बन सकता है। यह तेल बाहरी नुक़सान, खासकर हीट डैमेज से बालों की रक्षा करता है — चाहे वो स्ट्रेटनर हो, ब्लो-ड्रायर या तेज धूप।
आर्गन ऑयल में फैटी एसिड्स और एंटीऑक्सिडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं, जो रूखे और डैमेज बालों को गहराई से पोषण देते हैं और उन्हें धीरे-धीरे रिपेयर करते हैं। इसका असर सिर्फ बाहर से नहीं, बालों की भीतरी परतों तक महसूस होता है। यही वजह है कि ये तेल खासतौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जिनके बाल बेजान, दोमुंहे या टूटने वाले हो गए हैं।
इसके अलावा, आर्गन ऑयल की सॉफ्टनिंग प्रॉपर्टीज बालों को मुलायम और मैनेजेबल बनाती हैं — खासकर घुंघराले (curly) और कर्ली-कॉइली बालों के लिए यह किसी वरदान से कम नहीं। लो पोरोसिटी बालों के लिए यह तेल हल्का भी होता है और बिना किसी चिपचिपाहट के बालों में खूबसूरती से समा जाता है।
3. रोज़मेरी ऑयल: बालों की जड़ों को पोषण और मजबूती देने वाला प्राकृतिक वरदान

रोज़मेरी ऑयल आपके बालों की जड़ों को ऑक्सीजन और जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर करता है, जिससे स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और बालों की ग्रोथ को बढ़ावा मिलता है। अगर आप बालों के झड़ने या धीमी ग्रोथ से परेशान हैं, तो रोज़मेरी तेल आपके लिए एक असरदार विकल्प हो सकता है।
इस तेल में मौजूद ग्लाइकोलिक एसिड, कार्नोसिक एसिड और फ्लावोनोइड्स बालों के फाइबर को मजबूत करते हैं, टूटने से बचाते हैं और बालों की चमक वापस लौटाते हैं। ऐसे बाल जो लो पोरोसिटी के कारण सूखे और कमजोर हो गए हों, उन्हें ये तेल अंदर से पोषण देकर ताजगी देता है।
इसके साथ ही, रोज़मेरी ऑयल में मौजूद सैपोनीन्स में सूजन-रोधी (anti-inflammatory) गुण होते हैं, जो डैंड्रफ़ जैसी समस्याओं से लड़ने में मदद करते हैं। कई लोग इसे बाल झड़ने से रोकने वाला भी मानते हैं, जो नियमित उपयोग से आपके बालों को हेल्दी, मजबूत और सुंदर बनाए रखता है।
4. बाओबाब ऑयल: बालों को मजबूत और गहराई से पोषण देने वाला तेल

बाओबाब ऑयल बालों की मजबूती बढ़ाने में बेहद असरदार होता है। इसकी खासियत ये है कि यह बाल टूटने से होने वाले झड़ने को कम करता है, जिससे बाल ज़्यादा समय तक घने और स्वस्थ बने रहते हैं।
यह तेल गहराई से पोषण देता है, सूखे और बेजान बालों को जड़ों से लेकर बालों के सिरे तक सुरक्षा और नमी प्रदान करता है। लो पोरोसिटी बालों के लिए ये बेहद जरूरी है क्योंकि ये बाल नमी को अंदर तक लेने में अक्सर असमर्थ होते हैं।
इसके अलावा, बाओबाब ऑयल में मौजूद मॉइस्चराइजिंग और मुलायम बनाने वाले तत्व इसे खासतौर पर घुंघराले (curly) और कोइली (coily) बालों के लिए उपयुक्त बनाते हैं। यह बालों को बिना भारी किए उन्हें सॉफ्ट और मैनेजेबल बनाता है, जिससे बालों की खूबसूरती बनी रहती है।
5. सी बकथॉर्न ऑयल: गहराई से रिपेयर और स्कैल्प की सुरक्षा एक साथ

अगर आपके बाल दोमुंहे, कमजोर या हर मौसम में डल और बेजान लगते हैं, तो सी बकथॉर्न ऑयल आपके हेयरकेयर रूटीन में एक बेहतरीन जोड़ हो सकता है। इसमें विटामिन A और E भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं, जो बालों पर एक प्रोटेक्टिव शील्ड बनाते हैं और बाहरी नुक़सान — जैसे धूल, धूप या प्रदूषण — से बालों की रक्षा करते हैं। साथ ही, यह दोमुंहे बालों की समस्या को भी धीरे-धीरे कम करता है।
इस तेल की सबसे खास बात है कि इसमें मौजूद एसेंशियल फैटी एसिड्स बालों को अंदर से रिपेयर करते हैं और गहराई से हाइड्रेट करते हैं। यह उन जगहों के लिए भी आदर्श है जहाँ बाल कमजोर होते हैं — जैसे हेयरलाइन के पास के बेबी हेयर्स, पतले होते किनारे या रूखे स्कैल्प वाले हिस्से।
साथ ही, इसमें पाए जाने वाले फाइटोस्टेरोल्स न सिर्फ बालों के फाइबर को मजबूत करते हैं बल्कि स्कैल्प की जलन और खुजली को भी शांत करते हैं। लो पोरोसिटी बालों के लिए यह तेल हल्का, असरदार और पूरी तरह संतुलित पोषण देने वाला होता है।
6. ग्रेपसीड ऑयल: हल्का, असरदार और बालों को भीतर से संवारने वाला तेल

अगर आप ऐसा तेल चाहते हैं जो बालों को चिपचिपा किए बिना गहराई तक पोषण दे, तो ग्रेपसीड ऑयल एक बेहतरीन विकल्प है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह बहुत ही हल्का और नॉन-ग्रीसी होता है, जो लो पोरोसिटी बालों के लिए आदर्श है। यह पतले, सूखे या डैमेज बालों के साथ-साथ कोइली और घुंघराले बालों को भी आसानी से मॉइस्चर देता है।
ग्रेपसीड ऑयल में लिनोलिक और ओलिक एसिड्स पाए जाते हैं, जो बालों की फाइबर को गहराई से पोषण देते हैं और उसकी हाइड्रोलिपिडिक परत (जो बालों को नम और सुरक्षित रखती है) को मजबूत बनाते हैं। इससे बालों में प्राकृतिक चमक और लचीलापन बना रहता है।
इसके अलावा, इसमें मौजूद विटामिन E और पॉलीफेनोल्स जैसे एंटीऑक्सिडेंट्स फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं — वही हानिकारक तत्व जो बालों को समय से पहले डैमेज करते हैं। नियमित इस्तेमाल से ग्रेपसीड ऑयल बालों को टूटने से बचाता है और उन्हें अंदर से स्वस्थ बनाता है।
7. रोज़हिप ऑयल: गहराई से हाइड्रेट करें और बालों को नई चमक दें

अगर आपके बाल रूखे, कमजोर और बेजान हो गए हैं, तो रोज़हिप ऑयल उन्हें फिर से ज़िंदगी देने का काम कर सकता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स बालों को नमी प्रदान करते हैं और डैमेज को रिपेयर करने में मदद करते हैं — वो भी बिना किसी भारीपन के। लो पोरोसिटी बालों के लिए ये एक परफेक्ट हल्का लेकिन असरदार समाधान है।
रोज़हिप ऑयल में फैटी एसिड्स और प्रोविटामिन A भरपूर मात्रा में होते हैं, जो बालों की जड़ों से लेकर सिरे तक पोषण देकर हेयर फाइबर को मज़बूत बनाते हैं और उन्हें धूल, धूप और प्रदूषण जैसे बाहरी नुकसान से बचाते हैं।
इसकी सबसे प्यारी बात? यह तेल बालों में प्राकृतिक चमक लौटाता है और डैंड्रफ की समस्या को भी कम करता है। अगर आपके बाल अपनी चमक खो चुके हैं और स्कैल्प बार-बार खुजली करता है, तो रोज़हिप ऑयल उस परेशानी को भी धीरे-धीरे शांत कर सकता है।
8. नारियल तेल: लो पोरोसिटी बालों के लिए पोषण और सुरक्षा का प्राकृतिक समाधान
नारियल तेल एक ऐसा घरेलू खज़ाना है जो पीढ़ियों से बालों की देखभाल में इस्तेमाल होता आ रहा है — और खासकर लो पोरोसिटी बालों के लिए यह आज भी उतना ही असरदार है। इसमें भारी मात्रा में सैचुरेटेड फैटी एसिड्स होते हैं, जो बालों की गहराई में जाकर पोषण देते हैं और उन्हें अंदर से मज़बूत बनाते हैं।
इसकी एक और शानदार बात यह है कि नारियल तेल में प्राकृतिक सनस्क्रीन गुण मौजूद होते हैं, जो बालों को तेज धूप और UV किरणों से बचाते हैं। यह उन लोगों के लिए बेहद फायदेमंद है जो ज़्यादातर समय धूप में रहते हैं या ट्रैवल करते हैं।
इसके अलावा, नारियल तेल का एक खास रूप — Monoi oil — बालों को नमी से भर देता है और उन्हें अधिक लचीला और मुलायम बनाता है। यह तेल लो पोरोसिटी बालों को वह नमी देने में सक्षम है जो वे आसानी से सोख नहीं पाते। इसका नियमित इस्तेमाल बालों को मज़बूत, चमकदार और छूने में बेहद रेशमी बना देता है।
9. बादाम तेल: हल्का, पोषण से भरपूर और चमक बढ़ाने वाला सौम्य उपाय
अगर आप अपने बालों को बिना चिपचिपाहट के पोषण देना चाहते हैं, तो बादाम का तेल (Almond Oil) आपके लिए एक परफेक्ट विकल्प है। यह तेल प्रोटीन और विटामिन्स से भरपूर होता है, जो बालों को गहराई से हाइड्रेट करता है और उनमें प्राकृतिक चमक लाता है — खासकर जब आपके बाल रूखे, थके हुए और लो पोरोसिटी वाले हों।
बादाम तेल में मौजूद ओलिक एसिड बालों की नमी को लंबे समय तक बनाए रखने में मदद करता है, जिससे बाल टूटते नहीं और धीरे-धीरे फिर से नरम और लचीले बन जाते हैं। यह उन लोगों के लिए बेहद फायदेमंद है जिनके बाल सूखे और जल्दी टूटने वाले होते हैं।
सबसे खास बात — यह तेल अल्ट्रा-लाइट है और बालों में बिल्कुल भी भारीपन नहीं लाता। इसलिए यह पतले बालों के लिए एकदम उपयुक्त है। लो पोरोसिटी बाल, जो आसानी से तेल या प्रोडक्ट्स सोख नहीं पाते, उनके लिए बादाम तेल एक सौम्य लेकिन असरदार समाधान है।
10. एप्रिकॉट ऑयल: बेजान बालों में जान भरने वाला हल्का लेकिन असरदार तेल
अगर आपके बाल अपनी चमक खो चुके हैं और हर मौसम में बेजान लगते हैं तो एप्रिकॉट ऑयल उन्हें फिर से चमकदार और हेल्दी बनाने में मदद कर सकता है। यह तेल बालों में नेचुरल शाइन लौटाता है और बिना भारीपन के उन्हें सॉफ्ट और स्मूद बनाता है।
इसमें भरपूर मात्रा में ट्रेसेलिमेंट्स, एसेंशियल फैटी एसिड्स और विटामिन्स पाए जाते हैं जो बालों की जड़ों से लेकर सिरे तक पोषण देकर उन्हें गहराई से मजबूत करते हैं। यह तेल विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद है जिनके बाल टेक्सचर्ड, घुंघराले या कोइली होते हैं — क्योंकि ऐसे बाल अक्सर नमी को सोख नहीं पाते और जल्दी ड्राय हो जाते हैं।
एप्रिकॉट ऑयल की इमोलिएंट और सॉफ्टनिंग क्वालिटी बालों को रेशमी बनाती है और उन्हें उलझने से भी बचाती है। लो पोरोसिटी बालों के लिए यह तेल न सिर्फ हल्का है बल्कि नमी को बालों में बनाए रखने की उसमें नैचुरल क्षमता भी होती है।
लो पोरोसिटी बालों के लिए सबसे खराब तेल – इनसे दूरी बनाएं!
अगर आपके बाल लो पोरोसिटी वाले हैं, तो ज़रूरी है कि आप हर तेल को आँख मूंदकर इस्तेमाल न करें। कुछ तेल ऐसे होते हैं जो बालों की सतह पर जम जाते हैं और भीतर तक नमी नहीं पहुंचा पाते। खासकर वे तेल जिनमें पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड्स की मात्रा ज़्यादा होती है, वे बालों को भारी, चिपचिपा और तैलीय बना सकते हैं।
1. कैस्टर ऑयल (Castor Oil)
अरंडी का तेल बालों की ग्रोथ के लिए बहुत मशहूर है, लेकिन लो पोरोसिटी बालों के लिए यह सही नहीं है। इसमें मौजूद भारी फैटी एसिड्स बालों की सतह पर चिपक जाते हैं और बालों को सांस लेने से रोकते हैं। इससे बालों पर प्रोडक्ट बिल्डअप हो जाता है, जिससे वे बेजान दिखते हैं।
2. एवोकाडो ऑयल (Avocado Oil)
हालांकि एवोकाडो ऑयल बालों में गहराई तक पहुंच सकता है और नमी बनाए रखता है, लेकिन यह पतले, सीधे या कम टेक्सचर्ड बालों को भारी बना सकता है। लो पोरोसिटी बाल पहले से ही नमी सोखने में धीमे होते हैं, और यह तेल उनकी सतह पर चिपककर उन्हें और कमजोर बना सकता है।
3. ऑलिव ऑयल (Olive Oil)
ऑलिव ऑयल भी एक भारी तेल है जो अक्सर जड़ों पर ही टिक जाता है। इसका टेक्सचर गाढ़ा होता है और यह लो पोरोसिटी बालों में समा नहीं पाता। इससे बाल चिपचिपे लग सकते हैं और उनमें ताजगी की कमी महसूस होती है।
लो पोरोसिटी बालों के लिए सही तेल कैसे चुनें और इस्तेमाल करें?
Method #1: Growth Treatment (बालों की ग्रोथ के लिए तेल मालिश)
सबसे पहले, अपने हाथों के बीच कुछ बूंदें तेल लें और हल्का गर्म कर लें। फिर इसे अपने स्कैल्प पर अच्छी तरह मालिश करें ताकि तेल की गर्माहट स्कैल्प में रिसाव बढ़ाए। इसके बाद तेल को बालों की लंबाई तक धीरे-धीरे फैलाएं। इस विधि में तेल को धोने की जरूरत नहीं होती, आप इसे रोज़ाना या सप्ताह में कुछ बार इस्तेमाल कर सकते हैं।
Method #2: Oil Bath (तेल से पोषण स्नान)
तेल को स्कैल्प और बालों पर लगाएं और फिर पूरे सिर को शावर कैप या प्लास्टिक रैप से ढक दें। इससे बालों के क्युटिकल्स खुलेंगे और तेल के पोषक तत्व बालों की जड़ों तक आसानी से पहुँचेंगे। इस स्थिति में तेल को कुछ घंटे या रात भर लगे रहने दें, फिर हल्के शैम्पू से बाल धो लें। महीने में एक या दो बार क्लैरिफाइंग शैम्पू का इस्तेमाल जरूर करें ताकि बालों पर जमी गंदगी और प्रोडक्ट बिल्डअप हटे।
लो पोरोसिटी बालों के लिए अन्य जरूरी प्रोडक्ट्स
तेल के अलावा, बालों की देखभाल के लिए हल्के और गहराई से मॉइस्चराइजिंग शैम्पू और कंडीशनर का इस्तेमाल करें। ये प्रोडक्ट्स बालों को बिना भारी किए पोषण देते हैं और buildup नहीं होने देते।
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यह शैम्पू 97.9% प्राकृतिक तत्वों से बना है, जिसमें आर्गन ऑयल शामिल है। यह बालों की गहराई तक सफाई करता है, बालों को मजबूत बनाता है और उन्हें चमकदार बनाता है। इसमें मौजूद Chébé Complex बालों को लंबा, मजबूत और मुलायम बनाने में मदद करता है — खासकर लो पोरोसिटी बालों के लिए।
Daily Refresh Moisture Milk — बालों को हल्का और ताजगी से भरने वाला हेयर मिल्क
यह खास हेयर मिल्क आपके बालों को बहुत ही हल्के और प्राकृतिक तरीके से रिफ्रेश करता है। इसमें मौजूद ग्लिसरीन बालों के अंदर नमी को सील कर देता है, जिससे बाल लंबे समय तक हाइड्रेटेड और मुलायम बने रहते हैं।
आप इसे सूखे या गीले बालों पर आसानी से स्प्रे कर सकते हैं। यह बालों में उलझे हुए गाँठों को खोलने में मदद करता है और सही मात्रा में नमी देता है, जिससे बाल न तो भारी होते हैं और न ही चिपचिपे।
अगर आप रोज़ाना बालों को फ्रेश और हाइड्रेटेड रखना चाहते हैं, तो यह मॉइश्चर मिल्क आपकी ब्यूटी रूटीन का बेहतरीन हिस्सा बन सकता है।
निष्कर्ष:-
लो पोरोसिटी बालों की देखभाल आसान हो सकती है, अगर आप उनके स्वभाव को समझकर सही तेलों का चयन करें। ऐसे बाल जिनकी क्यूटिकल लेयर बहुत टाइट होती है, उन्हें ऐसे तेलों की जरूरत होती है जो हल्के हों, जल्दी अवशोषित हो जाएं और बालों की गहराई तक नमी पहुंचाएं।
जोजोबा ऑयल, आर्गन ऑयल, रोज़मेरी ऑयल, और ग्रेपसीड ऑयल जैसे हल्के और पौष्टिक तेल लो पोरोसिटी बालों के लिए सबसे उपयुक्त हैं। ये न सिर्फ बालों को पोषण देते हैं, बल्कि उन्हें मजबूत, चमकदार और मुलायम भी बनाते हैं — बिना उन्हें भारी बनाए।
वहीं दूसरी ओर, कैस्टर ऑयल, ऑलिव ऑयल या एवोकाडो ऑयल जैसे भारी तेलों से बचना चाहिए, क्योंकि ये बालों की सतह पर ही रह जाते हैं और बिल्डअप का कारण बनते हैं।
अंत में, यह समझना जरूरी है कि हर किसी के बाल अलग होते हैं। इसलिए सही तेल की पहचान करना एक व्यक्तिगत प्रक्रिया है। थोड़ा प्रयोग करें, और जिस तेल से आपके बाल सबसे ज़्यादा खुश नजर आएं — वही आपके लिए “बेस्ट हेयर ऑयल” है।
FAQ:-
लो पोरोसिटी बाल क्या होते हैं?
लो पोरोसिटी बालों में बालों की ऊपरी परत (क्यूटिकल्स) बहुत टाइट होती है, जिससे नमी और प्रोडक्ट्स बालों में ठीक से समा नहीं पाते। यही वजह है कि ऐसे बाल जल्दी ड्राय हो जाते हैं और उनमें प्रोडक्ट्स जमा हो जाते हैं।
लो पोरोसिटी बालों के लिए सबसे अच्छा तेल कौन-सा है?
ऐसे बालों के लिए हल्के, जल्दी अवशोषित होने वाले तेल सबसे बेहतर होते हैं, जैसे जोजोबा ऑयल, आर्गन ऑयल, रोजमेरी ऑयल, ग्रेपसीड ऑयल और रोजहिप ऑयल। ये बालों को बिना चिपचिपा बनाए नमी पहुंचाते हैं।
क्या नारियल तेल लो पोरोसिटी बालों के लिए अच्छा है?
हां, लेकिन सीमित मात्रा में। नारियल तेल में सैचुरेटेड फैटी एसिड्स होते हैं जो बालों में आसानी से समा जाते हैं, लेकिन अगर ज़्यादा इस्तेमाल किया जाए तो यह हेवी महसूस हो सकता है।
किन तेलों से बचना चाहिए अगर बाल लो पोरोसिटी वाले हैं?
कैस्टर ऑयल, ऑलिव ऑयल और एवोकाडो ऑयल जैसे भारी तेलों से बचना चाहिए क्योंकि ये बालों की सतह पर रह जाते हैं और स्कैल्प को ऑइली बना देते हैं।
क्या तेल लगाने के बाद शैम्पू करना ज़रूरी है?
अगर आप ऑयल बाथ करते हैं (तेल लगाकर कुछ घंटे या रातभर छोड़ते हैं), तो शैम्पू ज़रूरी होता है। लेकिन अगर केवल हल्की मसाज की है, तो धोना ज़रूरी नहीं है।