Top 10 Home Remedies For Pimples For Oily Skin
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Top 10 Home Remedies For Pimples For Oily Skin: पिंपल्स एक आम त्वचा समस्या है जिससे दुनिया भर में 85% युवा प्रभावित होते हैं। ये तैलीय त्वचा, बंद रोमछिद्र, बैक्टीरिया और हार्मोनल बदलाव के कारण हो सकते हैं।
पिंपल्स के इलाज के लिए पारंपरिक उपचार जैसे सैलिसिलिक एसिड नियासिनमाइड और बेंज़ॉयल पेरोक्साइड का उपयोग किया जाता है। हालांकि ये महंगे होते हैं और इनसे त्वचा में रूखापन जलन और लालिमा जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए कई लोग घरेलू उपचार अपनाते हैं।
2017 के एक अध्ययन के अनुसार, 77% मुँहासे से ग्रस्त लोगों ने वैकल्पिक उपचारों को आजमाया था। हालांकि, घरेलू उपायों की प्रभावशीलता को लेकर अभी और वैज्ञानिक शोध की आवश्यकता है। फिर भी कई प्राकृतिक उपचार ऐसे हैं जो पिंपल्स को कम करने में मदद कर सकते हैं।
नींबू का रस, हल्दी, एलोवेरा, ग्रीन टी, शहद, मुल्तानी मिट्टी टी ट्री ऑयल और बर्फ जैसी चीजें पिंपल्स को शांत करने में सहायक मानी जाती हैं। यह उपाय त्वचा की अतिरिक्त तेलीयता को नियंत्रित करने बैक्टीरिया को खत्म करने और सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं।
इस लेख में हम तैलीय त्वचा के लिए पिंपल्स के 10 लोकप्रिय घरेलू उपायों के बारे में विस्तार से जानेंगे।
1. शहद और दालचीनी का मास्क

2017 के एक अध्ययन के अनुसार शहद और दालचीनी की छाल के अर्क का संयोजन P. acnes बैक्टीरिया के खिलाफ एंटीबैक्टीरियल प्रभाव डालता है।
2020 के शोध के अनुसार शहद अकेले ही P. acnes के विकास को रोक सकता है या उसे खत्म कर सकता है। हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि शहद मुँहासे के लिए एक प्रभावी उपचार है।
2016 में 136 मुँहासे से पीड़ित लोगों पर किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि एंटीबैक्टीरियल साबुन के उपयोग के बाद त्वचा पर शहद लगाने से मुँहासों के इलाज में कोई अतिरिक्त लाभ नहीं मिला।
हालांकि शहद और दालचीनी में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी (सूजन-रोधी) और एंटीबैक्टीरियल गुण मुँहासे को कम करने में मदद कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है।
उपयोग करने का तरीका:
मास्क को अच्छी तरह धो लें और चेहरे को हल्के हाथों से पोंछ लें।
2 बड़े चम्मच शहद और 1 छोटी चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर एक पेस्ट बनाएं।
चेहरे को अच्छी तरह से साफ करने के बाद यह मास्क लगाएं और 10-15 मिनट तक छोड़ दें।
2. सेब का सिरका लगाएं

सेब का सिरका (Apple Cider Vinegar) सेब के रस को किण्वित (ferment) करके बनाया जाता है। यह अन्य सिरकों की तरह विभिन्न प्रकार के बैक्टीरिया और फंगस के खिलाफ प्रभावी माना जाता है।
सेब के सिरके में साइट्रिक एसिड पाया जाता है। 2016 के एक शोध के अनुसार जब इसे जिंक ऑक्साइड के साथ मिलाया जाता है तो यह P. acnes बैक्टीरिया को खत्म कर सकता है।
2017 के शोध के अनुसार सेब के सिरके में मौजूद लैक्टिक एसिड मुँहासे के दाग-धब्बे हल्के करने में भी मदद कर सकता है।
उपयोग करने का तरीका:
- 1 भाग सेब का सिरका और 3 भाग पानी मिलाएं (संवेदनशील त्वचा के लिए अधिक पानी मिलाएं)।
- चेहरे को साफ करने के बाद, रुई की मदद से इस मिश्रण को हल्के हाथों से त्वचा पर लगाएं।
- इसे 5 से 20 सेकंड तक लगा रहने दें, फिर पानी से धोकर चेहरे को हल्के से पोंछ लें।
- आवश्यकतानुसार इस प्रक्रिया को दिन में 1-2 बार दोहरा सकते हैं।
सावधानी:
सेब का सिरका सीधे त्वचा पर लगाने से जलन और जलने की समस्या हो सकती है। अधिकतर त्वचा विशेषज्ञ इसे लगाने की सलाह नहीं देते हैं। यदि आप इसे आज़माना चाहते हैं तो हमेशा इसे पानी में मिलाकर कम मात्रा में ही इस्तेमाल करें।
3. टी ट्री ऑयल

टी ट्री ऑयल एक आवश्यक तेल (essential oil) है जो Melaleuca alternifolia नामक छोटे ऑस्ट्रेलियाई पेड़ की पत्तियों से निकाला जाता है।
2018 के एक अध्ययन के अनुसार टी ट्री ऑयल को त्वचा पर लगाने से मुँहासों को कम करने में मदद मिल सकती है।
2019 के एक छोटे से अध्ययन में पाया गया कि जिन प्रतिभागियों ने मुँहासों के इलाज के लिए टी ट्री ऑयल मरहम का उपयोग किया, उन्हें बेंज़ॉयल पेरोक्साइड की तुलना में कम रूखापन और जलन महसूस हुई। साथ ही वे इस उपचार से अधिक संतुष्ट थे।
2017 के शोध के अनुसार, टी ट्री ऑयल मुँहासों के इलाज के लिए टॉपिकल (त्वचा पर लगाए जाने वाले) और ओरल (खाने वाले) एंटीबायोटिक्स का एक प्रभावी विकल्प हो सकता है क्योंकि लंबे समय तक एंटीबायोटिक्स के उपयोग से बैक्टीरिया प्रतिरोधी (बैक्टीरिया रेजिस्टेंस) बन सकते हैं।
टी ट्री ऑयल अत्यधिक सांद्र (concentrated) होता है इसलिए इसे त्वचा पर लगाने से पहले पतला (dilute) करना जरूरी है।
उपयोग करने का तरीका:
इस प्रक्रिया को दिन में 1-2 बार दोहरा सकते हैं।
1 भाग टी ट्री ऑयल को 9 भाग पानी में मिलाएं।
एक कॉटन स्वैब की मदद से इस मिश्रण को प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं।
यदि चाहें, तो बाद में मॉइस्चराइज़र भी लगा सकते हैं।
4. एलोवेरा

एलोवेरा एक उष्णकटिबंधीय (tropical) पौधा है जिसकी पत्तियों से एक साफ जेल निकलता है। इस जेल का उपयोग अक्सर लोशन, क्रीम, मरहम और साबुन में किया जाता है।
2018 के एक शोध के अनुसार एलोवेरा को आमतौर पर घाव, जलन, खुजली, रैशेज़ और त्वचा की सूजन को कम करने के लिए उपयोग किया जाता है।
एलोवेरा में सैलिसिलिक एसिड और सल्फर मौजूद होते हैं, जो मुँहासों के इलाज में सहायक माने जाते हैं। 2017 के एक अध्ययन के अनुसार त्वचा पर सैलिसिलिक एसिड लगाने से मुँहासे कम हो सकते हैं।
2018 के एक अन्य अध्ययन के अनुसार, जब एलोवेरा जेल को ट्रेटिनॉइन क्रीम या टी ट्री ऑयल जैसे अन्य तत्वों के साथ मिलाया जाता है, तो यह मुँहासों के इलाज में अधिक प्रभावी हो सकता है।
उपयोग करने का तरीका:
यदि बाजार से एलोवेरा जेल खरीद रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि वह शुद्ध हो और उसमें कोई अतिरिक्त केमिकल न मिला हो।
एक चम्मच की मदद से एलोवेरा पौधे की पत्तियों से जेल निकाल लें।
साफ त्वचा पर इस जेल को सीधे मॉइस्चराइज़र की तरह लगाएं।
इस प्रक्रिया को दिन में 1-2 बार या आवश्यकतानुसार दोहरा सकते हैं।
5. ग्रीन टी फेस मास्क

ग्रीन टी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है और इसका सेवन स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है। यह मुँहासों को कम करने में भी मदद कर सकती है।
2017 के एक अध्ययन के अनुसार ग्रीन टी में मौजूद पॉलीफेनोल्स बैक्टीरिया से लड़ने और सूजन को कम करने में सहायक होते हैं जो मुँहासों के मुख्य कारणों में से एक हैं।
2016 के एक छोटे से अध्ययन में 80 महिलाओं ने चार सप्ताह तक प्रतिदिन 1,500 मिलीग्राम ग्रीन टी एक्सट्रैक्ट का सेवन किया। अध्ययन के अंत में, इन महिलाओं की नाक ठोड़ी और मुंह के आसपास मुँहासों में कमी देखी गई।
त्वचा पर ग्रीन टी लगाने से भी लाभ मिल सकता है।
2020 के एक अध्ययन के अनुसार, ग्रीन टी एक्सट्रैक्ट को त्वचा पर लगाने से सीबम (तेल) उत्पादन में कमी आती है और मुँहासे कम होते हैं।
आप बाजार में उपलब्ध ग्रीन टी क्रीम और लोशन खरीद सकते हैं या इसे घर पर भी बना सकते हैं।
उपयोग करने का तरीका:
सूखने के बाद चेहरे को पानी से धो लें और हल्के हाथों से पोंछ लें।
3-4 मिनट के लिए ग्रीन टी को उबलते पानी में डालकर छोड़ दें।
तैयार चाय को ठंडा होने दें।
रुई के फाहे से इसे त्वचा पर लगाएं या स्प्रे बोतल की मदद से छिड़कें।
6. टमाटर

टमाटर में सैलिसिलिक एसिड होता है, जो मुँहासों के घरेलू उपचार के रूप में लोकप्रिय है। टमाटर के प्राकृतिक एसिड त्वचा से अतिरिक्त तेल को सोखने और बंद रोमछिद्रों (pores) आप इसे खोल सकते हैं।
उपयोग करने का तरीका:
- 1 टमाटर के गूदे में 1 छोटी चम्मच चीनी मिलाएं।
- इस मिश्रण को हल्के हाथों से गोलाकार गति में त्वचा पर लगाएं।
- 5 मिनट तक चेहरे पर मास्क लगा रहने दें।
- गुनगुने पानी से अच्छी तरह धो लें और हल्के हाथों से पोंछ लें।
आप चाहें तो केवल टमाटर का गूदा या टमाटर के टुकड़े भी सीधे त्वचा पर लगा सकते हैं।
7. कॉस्मेटिक क्ले (मिट्टी)

कॉस्मेटिक क्ले, जिसे हीलिंग क्ले भी कहा जाता है त्वचा के अतिरिक्त तेल को सोखने और विभिन्न त्वचा संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। इसकी अत्यधिक शोषक (absorbent) क्षमता के कारण फ्रेंच ग्रीन क्ले तैलीय त्वचा और मुँहासों के लिए एक लोकप्रिय उपचार माना जाता है। यह पाउडर रूप में उपलब्ध होता है।
उपयोग करने का तरीका:
- लगभग 1 छोटी चम्मच क्ले में फ़िल्टर किया हुआ पानी या गुलाब जल मिलाएं, जब तक कि इसका गाढ़ापन पुडिंग जैसा न हो जाए।
- इस मिश्रण को चेहरे पर लगाएं और कुछ मिनटों तक सूखने दें।
- गुनगुने पानी से चेहरा धो लें और हल्के हाथों से पोंछ लें।
नोट: पानी से हटाए जाने वाले क्ले मास्क त्वचा के लिए अधिक सौम्य (gentle) होते हैं जबकि पील-ऑफ मास्क की तुलना में ये कम कठोर होते हैं।
8. बादाम

बादाम का पाउडर त्वचा को एक्सफोलिएट (मृत कोशिकाओं को हटाने) करने अतिरिक्त तेल सोखने और अशुद्धियों को साफ करने में मदद कर सकता है।
उपयोग करने का तरीका:
- कच्चे बादाम को बारीक पीसकर 3 छोटे चम्मच पाउडर बना लें।
- इसमें 2 बड़े चम्मच कच्चा शहद मिलाएं।
- इस मिश्रण को हल्के हाथों से गोलाकार गति में चेहरे पर लगाएं।
- गुनगुने पानी से धोकर हल्के हाथों से पोंछ लें।
बादाम फेस मास्क बनाने का तरीका:
- बादाम को पीसकर पाउडर बना लें, फिर उसमें शहद मिलाकर गाढ़ा पेस्ट तैयार करें।
- इस मास्क को 10-15 मिनट तक चेहरे पर लगाएं।
- गुनगुने पानी से धोकर हल्के हाथों से सुखाएं।
⚠ सावधानी: यदि आपको नट्स से एलर्जी है, तो इस उपाय का इस्तेमाल न करें।
9. ओटमील (जई)

ओटमील त्वचा को आराम देने जलन कम करने और अतिरिक्त तेल को सोखने में मदद करता है। यह मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाने (एक्सफोलिएशन) में भी सहायक होता है। फेस मास्क में उपयोग करने के लिए आमतौर पर ओटमील को पीसकर इस्तेमाल किया जाता है। इसे दही शहद या केले, सेब और पपीते जैसे फलों के साथ मिलाया जा सकता है।
उपयोग करने का तरीका:
आप चाहें तो इस पेस्ट को 10-15 मिनट तक चेहरे पर लगाकर छोड़ सकते हैं और फिर गुनगुने पानी से धो लें।
1/2 कप पिसे हुए ओट्स को गर्म पानी में मिलाकर पेस्ट बना लें।
इसमें 1 बड़ा चम्मच शहद मिलाएं और अच्छी तरह से हिलाएं।
इस मिश्रण को चेहरे पर लगाकर हल्के हाथों से लगभग 3 मिनट तक मसाज करें फिर गुनगुने पानी से धोकर हल्के हाथों से पोंछ लें।
10. अंडे की सफेदी और नींबू

अंडे की सफेदी और नींबू तैलीय त्वचा के लिए एक पारंपरिक घरेलू उपचार माने जाते हैं। ये दोनों तत्व त्वचा के रोमछिद्रों (pores) को टाइट करने में मदद कर सकते हैं। नींबू और अन्य खट्टे फलों में मौजूद एसिड अतिरिक्त तेल को सोखने में सहायक हो सकता है। 2008 के एक अध्ययन के अनुसार, नींबू में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो बैक्टीरिया से लड़ने में मदद कर सकते हैं।
उपयोग करने का तरीका:
- 1 अंडे की सफेदी में 1 छोटी चम्मच ताजा निचोड़ा हुआ नींबू का रस मिलाएं।
- इस मिश्रण को चेहरे पर लगाएं और 10 मिनट तक छोड़ दें।
- फिर गुनगुने पानी से धोकर हल्के हाथों से सुखाएं।
⚠ सावधानी: नींबू त्वचा पर जलन पैदा कर सकता है इसलिए इसे इस्तेमाल करने से पहले पैच टेस्ट कर लें।
निष्कर्ष:-
तैलीय त्वचा पर मुँहासे होना एक आम समस्या है लेकिन इसे घर पर ही प्राकृतिक उपायों से नियंत्रित किया जा सकता है। टमाटर, एलोवेरा, ग्रीन टी, टी ट्री ऑयल ओटमील, अंडे की सफेदी और नींबू जैसे घरेलू उपचार त्वचा के अतिरिक्त तेल को कम करने रोमछिद्रों को साफ करने और मुँहासों से राहत दिलाने में सहायक हो सकते हैं। हालांकि हर किसी की त्वचा अलग होती है इसलिए किसी भी नए उपाय को अपनाने से पहले पैच टेस्ट जरूर करें। यदि समस्या बनी रहती है या गंभीर हो जाती है, तो डॉक्टर से सलाह लेना सबसे सही रहेगा। नियमित रूप से त्वचा की देखभाल और संतुलित आहार अपनाकर आप पिंपल्स की समस्या को कम कर सकते हैं और एक साफ-सुथरी, स्वस्थ त्वचा पा सकते हैं।
FAQ:-
तैलीय त्वचा पर पिंपल्स क्यों होते हैं?
तैलीय त्वचा में सीबम (तेल) का अधिक उत्पादन होता है, जिससे रोमछिद्र बंद हो जाते हैं और बैक्टीरिया पनपने लगते हैं, जिससे पिंपल्स हो सकते हैं।
क्या घरेलू नुस्खे सच में पिंपल्स कम कर सकते हैं?
हाँ, कई घरेलू नुस्खे जैसे नींबू, शहद, एलोवेरा, और टी ट्री ऑयल में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो पिंपल्स को कम करने में मदद कर सकते हैं।
क्या एलोवेरा तैलीय त्वचा के लिए फायदेमंद है?
जी हाँ, एलोवेरा में सैलिसिलिक एसिड और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो तैलीय त्वचा को शांत करने और पिंपल्स को कम करने में मदद करते हैं।
क्या टी ट्री ऑयल पिंपल्स के लिए सुरक्षित है?
टी ट्री ऑयल एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक है, लेकिन इसे सीधे त्वचा पर लगाने के बजाय पानी में मिलाकर इस्तेमाल करना चाहिए, ताकि जलन न हो।
क्या नींबू लगाने से पिंपल्स जल्दी ठीक होते हैं?
नींबू में मौजूद एसिड तेल को सोखने और बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद कर सकता है, लेकिन यह त्वचा पर जलन भी पैदा कर सकता है। इसे हमेशा पानी या शहद के साथ मिलाकर लगाएं।