
Hair Oil For Low Porosity Hair
Hair Oil For Low Porosity Hair: अगर आपके बाल किसी भी हेयर प्रोडक्ट को जल्दी से सोख नहीं पाते और हर बार कंडीशनर या तेल लगाने पर बाल भारी और चिपचिपे लगते हैं, तो हो सकता है आपके बाल लो पोरोसिटी वाले हों। इस प्रकार के बालों में बालों की बाहरी परत यानी क्यूटिकल्स बहुत टाइट होती हैं, जिससे नमी और पोषण अंदर तक नहीं पहुंच पाता।
इसका असर ये होता है कि बाल जल्दी गंदे दिखने लगते हैं, ऊपर से तैलीय रहते हैं, लेकिन अंदर से सूखे और बेजान महसूस होते हैं। इन्हें सूखने में भी ज्यादा समय लगता है और अक्सर इनका टेक्सचर भी रूखा रहता है।
इस परेशानी से बचने का सबसे अच्छा तरीका है — हल्के यानी लाइटवेट ऑयल्स का इस्तेमाल। भारी तेल बालों की सतह पर ही रह जाते हैं जबकि हल्के तेल अंदर तक जाकर नमी पहुंचाते हैं और बालों को मुलायम बनाते हैं।
लो पोरोसिटी बालों की खास देखभाल में नारियल तेल, आर्गन ऑयल या ग्रेपसीड ऑयल जैसे तेलों को अपने रूटीन में शामिल करें। ये न सिर्फ बालों को हेल्दी रखेंगे, बल्कि उनमें एक नैचुरल शाइन और बाउंस भी लेकर आएंगे।
हेयर पोरोसिटी क्या होती है? जानिए बालों की असली ज़रूरत
बालों की सुंदरता और सेहत सिर्फ शैम्पू या ऑयल पर नहीं बल्कि हेयर पोरोसिटी पर भी निर्भर करती है। हेयर पोरोसिटी का मतलब होता है — बाल कितनी अच्छी तरह से नमी (मॉइस्चर) और प्रोडक्ट्स को सोख पाते हैं और कितनी देर तक उसे रोके रखते हैं। सीधे शब्दों में कहें, तो ये बालों की ‘एब्जॉर्ब करने और होल्ड करने की ताकत’ होती है।
यह गुण बालों की बाहरी परत यानी क्यूटिकल्स की स्थिति पर निर्भर करता है। अगर क्यूटिकल्स खुले हैं तो नमी जल्दी अंदर जाएगी और बाहर भी उतनी ही जल्दी निकलेगी। वहीं अगर क्यूटिकल्स बहुत टाइट हैं तो नमी अंदर जा ही नहीं पाएगी।
हेयर पोरोसिटी को तीन मुख्य कैटेगरी में बांटा गया है:
- लो पोरोसिटी – जब बाल नमी को सोख नहीं पाते
- नॉर्मल/मीडियम पोरोसिटी – जब बाल संतुलित तरीके से नमी को लेते और रखते हैं
- हाई पोरोसिटी – जब बाल नमी को जल्दी सोखते हैं लेकिन उतनी ही जल्दी छोड़ भी देते हैं
हेयर पोरोसिटी को समझना इसलिए जरूरी है ताकि आप अपने बालों के लिए सही प्रोडक्ट्स और सही केयर रूटीन चुन सकें।
लो पोरोसिटी बाल: जब नमी अंदर जा ही नहीं पाती
लो पोरोसिटी बालों की सबसे बड़ी खासियत होती है — बेहद टाइट क्यूटिकल्स। बालों की ये बाहरी परत इतनी सघन होती है कि कोई भी मॉइस्चर, तेल या हेयर प्रोडक्ट आसानी से अंदर नहीं जा पाता। नतीजा? बालों की जड़ों पर तो प्रोडक्ट जमा हो जाता है, जिससे जड़ें जल्दी ऑइली और चिपचिपी लगने लगती हैं लेकिन बालों की लंबाई सूखी और बेजान ही रह जाती है।
इस टाइप के बालों में दो उलटी समस्याएं एक साथ होती हैं — ऊपर से तैलीय और नीचे से रूखे। और क्योंकि प्रोडक्ट अंदर तक नहीं पहुंच पाता, बालों में न तो पोषण आता है और न ही चमक। साथ ही, ये बाल अक्सर बहुत धीमी गति से सूखते हैं, जिससे स्टाइलिंग भी चुनौती बन जाती है।
ऐसे बालों के लिए ज़रूरी है कि आप हेयर प्रोडक्ट्स का चुनाव बहुत सोच-समझकर करें। हेवी क्रीम्स या मोटे तेलों की जगह हल्के और पेनिट्रेटिंग ऑयल्स जैसे जोजोबा आर्गन या स्क्वैलन ऑयल का इस्तेमाल करें। साथ ही, वीकली क्लैरिफाइंग शैम्पू ज़रूर अपनाएं ताकि प्रोडक्ट बिल्डअप से राहत मिल सके।
मीडियम पोरोसिटी बाल: जब सब कुछ होता है बैलेंस में
अगर आपके बाल न तो ज्यादा जल्दी गीले होते हैं और न ही ज़्यादा देर तक सूखने में लगाते हैं, तो बधाई हो — आपके बाल मीडियम पोरोसिटी वाले हैं! इस तरह के बालों की क्यूटिकल्स न बहुत टाइट होती हैं और न ही ज़्यादा खुली हुई। यानी ये इतनी परफेक्ट स्थिति में होती हैं कि नमी और पोषण को आराम से सोख भी लेती हैं और उसे लंबे समय तक बनाए भी रखती हैं।
मीडियम पोरोसिटी को हेयर हेल्थ की “आईडियल कंडीशन” माना जाता है क्योंकि ऐसे बालों में मॉइस्चर बैलेंस बना रहता है। न तो जल्दी सूखते हैं और न ही ऑइली या डल लगते हैं। ऐसे बाल आसानी से स्टाइल होते हैं और कलरिंग या ट्रीटमेंट्स के बाद भी ज़्यादा डैमेज नहीं होते।
हालांकि इसका मतलब यह नहीं कि इन्हें किसी देखभाल की ज़रूरत नहीं होती। सही प्रोडक्ट्स का चुनाव और एक सिम्पल, हेल्दी हेयर केयर रूटीन अपनाना ज़रूरी है ताकि यह संतुलन बना रहे। समय-समय पर डीप कंडीशनिंग और हल्के तेलों से मसाज करके आप अपने बालों को लंबे समय तक हेल्दी और शाइनी बनाए रख सकते हैं।
बालों की पोरोसिटी कैसे जानें? करें ये आसान वॉटर टेस्ट घर पर ही
अगर आप ये जानना चाहते हैं कि आपके बाल लो, मीडियम या हाई पोरोसिटी वाले हैं, तो इसके लिए कोई महंगे टेस्ट या एक्सपर्ट की जरूरत नहीं। एक बेहद आसान वॉटर टेस्ट है जिसे आप घर पर ही कर सकते हैं।
टेस्ट कैसे करें?
सबसे पहले अपने सिर से एक साफ़ और सूखा बाल लें — उस पर किसी भी तरह का तेल, क्रीम या कंडीशनर नहीं होना चाहिए। अब एक पारदर्शी गिलास में सामान्य तापमान का पानी भरें और उसमें वह बाल डालें।
अब ध्यान दें बाल के व्यवहार पर:
- अगर बाल पानी की सतह पर तैरता रह जाता है, तो आपके बाल लो पोरोसिटी वाले हैं। इसका मतलब है कि बाल नमी को अंदर सोख नहीं पाते।
- अगर बाल धीरे-धीरे डूबता है और पानी के बीच में कहीं रुक जाता है, तो यह मीडियम पोरोसिटी का संकेत है — जो कि सबसे संतुलित स्थिति मानी जाती है।
- और अगर बाल सीधा तेज़ी से नीचे तली में चला जाता है, तो आपके बाल हाई पोरोसिटी वाले हैं, यानी ये नमी को जल्दी सोखते हैं लेकिन उसे रोक नहीं पाते।
इस आसान टेस्ट से आप अपने बालों की ज़रूरत समझ सकते हैं और उसी के अनुसार हेयर केयर प्रोडक्ट्स और रूटीन चुन सकते हैं।
हाई पोरोसिटी बाल: नमी आती भी है… और चली भी जाती है!
हाई पोरोसिटी बालों की सबसे बड़ी दिक्कत यही है — नमी को रोक कर नहीं रख पाते। इन बालों की क्यूटिकल्स या तो नेचुरली बहुत खुली होती हैं या फिर केमिकल ट्रीटमेंट्स, हीट स्टाइलिंग और सूरज की हानिकारक किरणों से डैमेज हो चुकी होती हैं। इसका नतीजा यह होता है कि मॉइस्चर और हेयर प्रोडक्ट्स तो तुरंत सोख लेते हैं, लेकिन वो उतनी ही तेजी से उड़ भी जाते हैं।
ऐसे बाल अक्सर रूखे, बेजान और टूटने वाले हो जाते हैं। इनमें फ्रिज़ भी ज़्यादा होता है और मौसम बदलते ही इनकी हालत भी बिगड़ने लगती है। हाई पोरोसिटी बालों में स्प्लिट एंड्स और हेयर फॉल की समस्या भी आम है।
इन बालों को खास देखभाल की ज़रूरत होती है। भारी और सीलिंग करने वाले तेल जैसे कैस्टर ऑयल या शिया बटर से बालों को सील करें ताकि नमी लंबे समय तक बनी रहे। साथ ही, डीप कंडीशनिंग, लीव-इन क्रीम्स और हीट-फ्री हेयर स्टाइलिंग से बालों को रिपेयर और प्रोटेक्ट किया जा सकता है।
थोड़ी सी समझदारी और सही प्रोडक्ट्स के साथ हाई पोरोसिटी बाल भी हेल्दी और खूबसूरत बनाए जा सकते हैं।
लो पोरोसिटी बालों के लिए सही तेल क्यों ज़रूरी हैं? जानिए असली फायदा
लो पोरोसिटी बालों में नमी आसानी से अंदर नहीं जा पाती, इसलिए अगर आप गलत तेलों का इस्तेमाल करते हैं तो वो बालों की सतह पर ही जम जाते हैं और उन्हें भारी और चिपचिपा बना देते हैं। लेकिन अगर आप सही तेल चुनें — खासकर वो जो सैचुरेटेड और मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड्स से भरपूर हों — तो ये बालों की गहराई तक जाकर उन्हें असल में हाइड्रेट कर सकते हैं।
ये तेल सीधे बालों के फाइबर में प्रवेश करते हैं और स्कैल्प में मौजूद हेयर फॉलिकल्स से निकलने वाले नए बालों के ग्रोथ साइकल को हेल्दी बनाते हैं। नियमित इस्तेमाल से ये न केवल बालों को टूटने से बचाते हैं, बल्कि अंदर से मजबूत भी बनाते हैं।
जब बाल अंदर से पूरी तरह हाइड्रेट होते हैं, तो उनकी चमक और जान दोनों लौट आती है। लेकिन ध्यान रहे — सही तेल चुनने के साथ-साथ एंटी-फ्रिज़ प्रोडक्ट्स का भी इस्तेमाल करें, ताकि बालों में नमी बनी रहे और वो मुलायम व स्मूद दिखें।
सही तेल, सही तरीका और सही रूटीन — यही है लो पोरोसिटी बालों की असली खूबसूरती का राज़।
कम छिद्रयुक्त बालों के लिए 10 बेहतरीन तेल
1. जोजोबा ऑयल: लो पोरोसिटी बालों के लिए सबसे असरदार तेल

अगर आपके बाल लो पोरोसिटी वाले हैं और आप ऐसे तेल की तलाश में हैं जो नमी को अंदर तक पहुंचा सके बिना बालों को चिपचिपा बनाए — तो जोजोबा ऑयल आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है।
कारण #1: जोजोबा ऑयल की जैविक संरचना (biochemical composition) हमारे स्कैल्प द्वारा नेचुरली बनाए जाने वाले सीबम से काफी मिलती-जुलती है। इसी वजह से यह हल्का तेल बालों के फाइबर में आसानी से समा जाता है और उन्हें बिना भारी बनाए गहराई तक हाइड्रेट करता है।
कारण #2: यह तेल ओमेगा-9 फैटी एसिड और ज़रूरी न्यूट्रिएंट्स से भरपूर होता है, जो बालों की क्यूटिकल्स को सील करता है। इससे नमी और पोषक तत्व बालों के भीतर बने रहते हैं और बाल लंबे समय तक मुलायम बने रहते हैं।
कारण #3: जोजोबा ऑयल में हल्का UV फिल्टर भी होता है जो बालों को सूरज की किरणों से होने वाले नुकसान से बचाता है।
एक बेहतरीन उदाहरण है – CHÉRIBÉ Chébé Complex Growth Oil, जो 99% नैचुरल इंग्रीडिएंट्स से बना है और जिसमें जोजोबा ऑयल भी शामिल है। इसकी ड्राय टेक्सचर बालों में तुरंत समा जाती है, जिससे बाल मजबूत, चमकदार और हेल्दी बनते हैं।
2. आर्गन ऑयल: बालों की सुरक्षा और पोषण का बेहतरीन साथी

अगर आपके बाल रूखे, डैमेज्ड या हीट से प्रभावित हैं, तो आर्गन ऑयल आपके लिए एक वरदान साबित हो सकता है। यह तेल बालों को बाहरी नुकसानों से बचाने में माहिर है, खासकर गर्मी और स्टाइलिंग से होने वाले थर्मल डैमेज से।
कारण #1: आर्गन ऑयल बालों की परत पर एक सुरक्षा कवच बना देता है, जो उन्हें एक्सटर्नल एग्रेशन से बचाता है। इसलिए हेयर ड्रायर, स्ट्रेटनर या कर्लर के इस्तेमाल से बाल कम टूटते हैं।
कारण #2: यह तेल फैटी एसिड्स और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होता है, जो सूखे और क्षतिग्रस्त बालों को गहराई से पोषण देता है और रिपेयर करता है। नियमित इस्तेमाल से बाल मुलायम और मजबूत बनते हैं।
कारण #3: आर्गन ऑयल की खासियत इसकी सॉफ्टनिंग प्रॉपर्टीज़ हैं, जो घुंघराले (curly) और कइली (coily) बालों के लिए बेहद फायदेमंद होती हैं। यह बालों को कंडीशन करता है और फ्रिज़ को नियंत्रित करता है।
इसी वजह से आर्गन ऑयल को ‘लिक्विड गोल्ड’ भी कहा जाता है। सही मात्रा में इस्तेमाल करें और देखें कैसे आपके बाल हेल्दी, चमकदार और ज्यादा मैनेजेबल बनते हैं।
3. रोज़मेरी ऑयल: बालों की मजबूती और बढ़ोतरी का प्राकृतिक नुस्खा

रोज़मेरी ऑयल को बालों के लिए एक चमत्कारिक तेल माना जाता है, जो बालों की जड़ों को पोषण देकर उनकी सेहत सुधारता है और बालों के बढ़ने में मदद करता है। इसका मुख्य काम स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाना है, जिससे बालों की ग्रोथ तेज़ होती है।
कारण #1: यह ऑयल बालों के फॉलिकल्स को ऑक्सीजन और ज़रूरी पोषक तत्व देता है, जिससे जड़ों की ताकत बढ़ती है और बाल ज्यादा स्वस्थ होते हैं।
कारण #2: रोज़मेरी ऑयल में ग्लाइकोलिक एसिड, कार्नोसिक एसिड और फ्लावोनॉयड्स होते हैं, जो बालों की मजबूती बढ़ाते हैं, टूटने से बचाते हैं और बालों को चमकदार बनाते हैं।
कारण #3: इसमें मौजूद सैपोनिन्स की सूजन-रोधी (anti-inflammatory) गुण बालों की कई समस्याओं जैसे डैंड्रफ़ को रोकने में मदद करते हैं। साथ ही, कई लोग इसे बाल झड़ने की रोकथाम के लिए भी उपयोग करते हैं।
अगर आप प्राकृतिक तरीके से बालों को मजबूत, घना और चमकदार बनाना चाहते हैं तो रोज़मेरी ऑयल आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है।
4. बाओबाब ऑयल: बालों को मजबूती और गहराई से पोषण देने वाला सुपरऑयल

बाओबाब ऑयल अपनी ताकतवर और पौष्टिक खूबियों के कारण बालों के लिए एक बेहतरीन नेचुरल तेल माना जाता है। यह खासकर उन लोगों के लिए अच्छा है जिनके बाल कमजोर, टूटने वाले या सूखे और बेजान होते हैं।
कारण #1: बाओबाब ऑयल की फोर्टिफाइंग प्रॉपर्टीज़ बालों को अंदर से मजबूत बनाती हैं और ब्रेकेज से होने वाले बाल झड़ने को कम करती हैं। यह बालों की जड़ों को मजबूती देता है जिससे बाल लंबे और स्वस्थ बढ़ते हैं।
कारण #2: यह बेहद पोषक तेल है जो सूखे और डल बालों की जड़ों से लेकर सिरों तक गहराई से पोषण करता है। नियमित इस्तेमाल से बाल नरम, चमकदार और ज़िंदा हो जाते हैं।
कारण #3: बाओबाब ऑयल की मॉइस्चराइजिंग और सॉफ्टनिंग क्षमताएं इसे घुंघराले (curly) और कइली (coily) बालों के लिए परफेक्ट बनाती हैं। यह बालों को फ्रिज़-फ्री और मैनेजेबल बनाता है।
अगर आप प्राकृतिक और असरदार तरीकों से बालों को हेल्दी रखना चाहते हैं, तो बाओबाब ऑयल आपके लिए एक शानदार विकल्प है।
5. सी बकथॉर्न ऑयल: बालों की देखभाल में एक पोषण भरा खजाना

सी बकथॉर्न ऑयल विटामिन A और E से भरपूर होता है, जो बालों को बाहरी नुकसान से बचाने वाली एक मजबूत सुरक्षा परत बनाता है। यह तेल स्प्लिट एंड्स को कम करने में भी मददगार है, जिससे बाल लंबे और स्वस्थ बने रहते हैं।
कारण #1: विटामिन्स की इस अमीरता के कारण यह बालों को न केवल सुरक्षा देता है, बल्कि उन्हें चमकदार और जवान बनाए रखता है।
कारण #2: इसमें मौजूद आवश्यक फैटी एसिड बालों की गहराई से मरम्मत करते हैं और उन्हें पोषण देकर हाइड्रेट रखते हैं। यह खासकर कमजोर सिरों, नाजुक बेबी हेयर्स और बालों के पतले होने वाले हिस्सों के लिए बहुत फायदेमंद है।
कारण #3: सी बकथॉर्न में पाए जाने वाले फाइटोस्टेरोल्स बालों के फाइबर को मजबूत बनाते हैं और खुजली या जलन वाले स्कैल्प को आराम पहुंचाते हैं।
अगर आप बालों की कंडीशनिंग रिपेयर और स्कैल्प के लिए एक नैचुरल और पावरफुल तेल चाहते हैं, तो सी बकथॉर्न ऑयल आपके रूटीन में एक जरूरी एलीमेंट बन सकता है।
6. ग्रेप सीड ऑयल: हल्का और गहराई से पोषण देने वाला तेल

ग्रेप सीड ऑयल अपने गैर-चिपचिपे (non-greasy) गुणों के कारण बालों के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। यह जल्दी बालों के फाइबर में समा जाता है, जिससे बाल भारी नहीं होते। खासकर फाइन, ड्राई, कइली या डैमेज्ड बालों के लिए यह एक परफेक्ट विकल्प है।
कारण #1: इसकी हल्की बनावट बालों में गहराई तक पहुंचती है और उन्हें बिना वजन डाले पोषण देती है। इसलिए जो लोग अपने बालों को भारी तेल पसंद नहीं करते, उनके लिए यह तेल बेस्ट है।
कारण #2: ग्रेप सीड ऑयल में लिनोलिक और ओलिक एसिड्स की अच्छी मात्रा होती है, जो बालों के हाइड्रोलिपिडिक फिल्म को मजबूत बनाकर उन्हें नमी और सुरक्षा प्रदान करता है।
कारण #3: विटामिन E और पॉलीफेनॉल्स की मौजूदगी इसे एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट बनाती है। यह बालों को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाता है और बालों को स्वस्थ रखता है।
अगर आप ऐसे तेल की तलाश में हैं जो हल्का हो, जल्दी सूख जाए और बालों को अंदर तक पोषण दे, तो ग्रेप सीड ऑयल आपके लिए एक शानदार विकल्प है।
7. रोज़हिप ऑयल: बालों के लिए पोषण और मरम्मत का बेहतरीन स्रोत
रोज़हिप ऑयल में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो बालों को गहराई से हाइड्रेट करते हैं और डैमेज बालों की मरम्मत करते हैं। ये बालों को अंदर से मजबूत बनाने और उनकी सेहत सुधारने में मदद करता है।
कारण #1: इसमें मौजूद फैटी एसिड्स और प्रोविटामिन A बालों के फाइबर को मजबूत बनाते हैं और उन्हें बाहरी नुकसान जैसे प्रदूषण और केमिकल्स से बचाते हैं।
कारण #2: रोज़हिप ऑयल बालों की चमक वापस लाने में कारगर है, जिससे बाल स्वस्थ और ज़िंदा लगते हैं।
कारण #3: यह डैंड्रफ़ जैसी स्कैल्प की समस्याओं को कम करने में भी मदद करता है, जिससे स्कैल्प साफ़ और खुजली मुक्त रहता है।
अगर आप अपने बालों को प्राकृतिक तरीके से मजबूत, चमकदार और स्वस्थ बनाना चाहते हैं, तो रोज़हिप ऑयल आपके हेयरकेयर रूटीन का अहम हिस्सा होना चाहिए।
8. एप्रिकॉट ऑयल: बेजान बालों में जान फूंकने वाला नेचुरल इलाज
अगर आपके बाल बेजान, रूखे या टेक्सचर्ड हैं, तो एप्रिकॉट ऑयल आपके हेयर केयर रूटीन में शामिल किया जाना चाहिए। यह तेल न केवल बालों को पोषण देता है, बल्कि उन्हें एक नेचुरल शाइन और सॉफ्टनेस भी प्रदान करता है।
कारण #1: एप्रिकॉट ऑयल बेजान और डल बालों में चमक लाने का काम करता है। कुछ ही हफ्तों के नियमित इस्तेमाल से बालों में नैचुरल ग्लो और हेल्दी टेक्सचर नज़र आने लगता है।
कारण #2: इसमें ट्रेस एलिमेंट्स, एसेंशियल फैटी एसिड्स और विटामिन्स की भरपूर मात्रा होती है, जो इसे एक पावरफुल न्यूट्रिशन सोर्स बनाते हैं। खासकर टेक्सचर्ड, कर्ली और कोइली बालों के लिए यह तेल बेहद लाभकारी है।
कारण #3: इसकी एमोलिएंट और सॉफ्टनिंग प्रॉपर्टीज़ बालों को मुलायम बनाती हैं और उन्हें उलझने से बचाती हैं।
यदि आप अपने बालों को गहराई से पोषण देकर हेल्दी, सॉफ्ट और चमकदार बनाना चाहते हैं, तो एप्रिकॉट ऑयल एक नैचुरल और असरदार विकल्प है।
9. नारियल तेल (Coconut Oil): लो पोरोसिटी बालों के लिए एक पुराना लेकिन अमिट इलाज
नारियल तेल को सदियों से बालों की देखभाल के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है — और आज भी यह उतना ही असरदार है, खासकर low porosity hair के लिए। इसकी सबसे बड़ी खासियत है इसमें मौजूद सैचुरेटेड फैटी एसिड्स, जो बालों की जड़ों से लेकर सिरों तक पोषण पहुंचाते हैं।
कारण #1: नारियल तेल में भरपूर मात्रा में सैचुरेटेड फैटी एसिड्स होते हैं, जो बालों के अंदर गहराई तक जाकर उन्हें मज़बूती और नमी देते हैं — ये फैटी एसिड्स लो पोरोसिटी बालों के लिए बेहद ज़रूरी होते हैं।
कारण #2: इसमें नैचुरल सनस्क्रीन प्रॉपर्टीज़ होती हैं जो बालों को सूरज की तेज़ किरणों और UV डैमेज से बचाती हैं।
कारण #3: यह तेल अक्सर Monoi फॉर्मूले में इस्तेमाल किया जाता है, जो बालों को नमी लौटाकर उन्हें ज़्यादा सॉफ्ट और लचीला बनाता है।
अगर आप एक भरोसेमंद और बहु-गुणी तेल की तलाश में हैं जो बालों की गहराई से देखभाल करे, तो नारियल तेल आपके हेयर केयर किट का अनमोल हिस्सा होना चाहिए।
10. बादाम का तेल (Almond Oil): बेजान और रूखे बालों के लिए एक हल्का लेकिन शक्तिशाली उपाय
बादाम का तेल बालों के लिए एक बहुपयोगी और बेहद असरदार नेचुरल ऑयल है, खासकर उन लोगों के लिए जिनके बाल फाइन, ड्राय या आसानी से टूटने वाले होते हैं। इसकी हल्की बनावट और पोषण देने वाली खूबियां इसे लो पोरोसिटी बालों के लिए एक आदर्श विकल्प बनाती हैं।
कारण #1: इसमें प्रचुर मात्रा में प्रोटीन और विटामिन्स होते हैं, जो बालों को गहराई से हाइड्रेट करते हैं और उनमें नेचुरल चमक लाते हैं।
कारण #2: ओलेइक एसिड से भरपूर यह तेल नमी को बालों में बनाए रखता है, जिससे ड्राय और ब्रिटल बालों को कोमलता और मजबूती मिलती है।
कारण #3: इसकी अल्ट्रा-लाइट और नॉन-ग्रीसी बनावट फाइन हेयर के लिए एकदम परफेक्ट है, क्योंकि यह बालों को चिपचिपा किए बिना पोषण देता है।
अगर आप एक ऐसा तेल चाहते हैं जो बालों को बिना भारी किए पोषण, नमी और चमक दे — तो बादाम का तेल ज़रूर आज़माएं। यह हर दिन की हेयर केयर में एक नेचुरल लेकिन प्रभावी जोड़ हो सकता है।
लो पोरोसिटी बालों के लिए नुकसानदायक तेल (इनसे बचें)
अगर आपके बाल लो पोरोसिटी वाले हैं, तो हर तेल आपके लिए फायदेमंद नहीं होता। कुछ तेलों में मौजूद पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड्स बालों की सतह पर ही रह जाते हैं और बालों को भारी बना देते हैं। इससे स्कैल्प चिपचिपा हो जाता है और बाल बेजान लगने लगते हैं। ऐसे में नीचे दिए गए तेलों से दूरी बनाना बेहतर है।
कैस्टर ऑयल
यह तेल बालों की ग्रोथ बढ़ाने के लिए तो प्रसिद्ध है, लेकिन लो पोरोसिटी बालों के लिए यह सही नहीं है। इसमें मौजूद भारी फैटी एसिड्स बालों में अवशोषित नहीं हो पाते और बाल चिपचिपे हो जाते हैं।
एवोकाडो ऑयल
इस तेल में नमी बनाए रखने की अच्छी क्षमता होती है, लेकिन यह पतले, सीधे और कम बनावट वाले बालों को जरूरत से ज्यादा भारी बना सकता है।
ऑलिव ऑयल
ऑलिव ऑयल गाढ़ा होता है और अक्सर बालों की जड़ों में जम जाता है, जिससे स्कैल्प ऑइली और बाल फ्लैट हो सकते हैं।
लो पोरोसिटी बालों के लिए सही तेल चुनने के तरीक
विधि 1: ग्रोथ ट्रीटमेंट
कुछ बूंदें तेल की हथेली में लेकर हल्का गर्म करें और स्कैल्प पर अच्छी तरह मसाज करें। फिर उंगलियों की मदद से बालों की लंबाई में लगाएं। इसे धोना जरूरी नहीं है।
विधि 2: ऑयल बाथ
तेल को स्कैल्प और बालों में लगाकर शॉवर कैप या प्लास्टिक रैप से कवर करें। हल्की गर्माहट से क्यूटिकल्स खुलते हैं और तेल अंदर तक जाता है। इसे कुछ घंटे या पूरी रात छोड़कर शैम्पू से धो लें। महीने में एक बार क्लैरिफाइंग शैम्पू का प्रयोग करें ताकि उत्पादों का बिल्डअप हट सके।
लो पोरोसिटी बालों के लिए अन्य फायदेमंद उत्पाद
तेलों के साथ हल्के और हाई-हाइड्रेशन वाले प्रोडक्ट्स का उपयोग करना भी जरूरी है, जो बालों में नमी बनाए रखें और उन्हें भारी न करें।
CHÉBIOTIC™ Hydrating Shampoo
इस शैम्पू में 97.9% प्राकृतिक तत्व हैं, जिनमें आर्गन ऑयल भी शामिल है। इसकी क्रीमी फॉर्मूला बालों को धीरे से साफ करता है और बालों की गहराई से मरम्मत कर उन्हें चमकदार बनाता है। इसमें मौजूद Chébé Complex बालों को मजबूती, लंबाई और मुलायमाहट प्रदान करता है।
Daily Refresh Moisture Milk
यह हेयर मिल्क हल्का, लेकिन प्रभावशाली हाइड्रेशन देता है। इसमें ग्लिसरीन होता है जो बालों में नमी को लॉक करता है। सूखे या हल्के गीले बालों पर इसका इस्तेमाल करने से उलझे बाल आसानी से सुलझते हैं और बालों में ताजगी आती है।
निष्कर्ष:-
अगर आपके बाल लो पोरोसिटी वाले हैं, तो सही तेल चुनना बेहद जरूरी है। ऐसे बालों में नमी और पोषण आसानी से अंदर नहीं जा पाता, इसलिए हल्के, जल्दी अवशोषित होने वाले तेल ही फायदेमंद होते हैं। जैसे-जोजोबा, आर्गन, रोज़मेरी या ग्रेपसीड ऑयल—ये बालों को बिना भारी बनाए पोषण देते हैं और उन्हें स्वस्थ, चमकदार और मजबूत बनाते हैं।
वहीं, कैस्टर, ऑलिव या एवोकाडो जैसे भारी तेलों से दूरी बनाना बेहतर है क्योंकि ये बालों की सतह पर बैठकर उन्हें चिपचिपा और बेजान बना सकते हैं। इसके साथ-साथ, सही इस्तेमाल की तकनीक जैसे स्कैल्प मसाज या ऑयल बाथ, तेलों के फायदे को कई गुना बढ़ा सकती है।
अंत में, याद रखें कि हर बाल अलग होता है। थोड़ा प्रयोग कर के ही आप जान पाएंगे कि कौन-सा तेल आपके बालों के लिए सबसे उपयुक्त है। सही तेल और सही देखभाल से लो पोरोसिटी बाल भी सेहतमंद और खूबसूरत बन सकते हैं।
FAQ:-
लो पोरोसिटी बालों का मतलब क्या होता है?
लो पोरोसिटी बालों में बालों की बाहरी परत (क्यूटिकल) बहुत टाइट होती है, जिससे नमी और हेयर प्रोडक्ट्स अंदर तक नहीं पहुंच पाते। इसी कारण बाल ड्राय, बेजान और जल्दी ऑइली हो जाते हैं।
लो पोरोसिटी बालों के लिए कौन-से तेल सबसे बेहतर हैं?
ऐसे बालों के लिए हल्के और जल्दी अवशोषित होने वाले तेल जैसे जोजोबा ऑयल, आर्गन ऑयल, रोज़मेरी ऑयल, ग्रेपसीड ऑयल और बादाम तेल सबसे अच्छे माने जाते हैं।
किन तेलों से लो पोरोसिटी बालों को नुकसान हो सकता है?
कैस्टर ऑयल, ऑलिव ऑयल और एवोकाडो ऑयल जैसे भारी तेल बालों की सतह पर जम जाते हैं और बालों को और भी ज़्यादा ऑइली और भारी बना देते हैं। इसलिए इनसे बचना चाहिए।
तेल लगाने का सही तरीका क्या है लो पोरोसिटी बालों के लिए?
तेल को हल्का गर्म करके स्कैल्प में मसाज करें और बालों की लेंथ में लगाएं। फिर बालों को कुछ घंटे के लिए कवर करके छोड़ दें ताकि तेल अंदर तक समा सके। बाद में माइल्ड शैम्पू से वॉश करें।
क्या लो पोरोसिटी बालों के लिए रोज़ तेल लगाना चाहिए?
हर रोज़ तेल लगाने की जरूरत नहीं है। हफ्ते में 2-3 बार हल्का तेल लगाना और सही तरीके से धोना पर्याप्त होता है। ज्यादा तेल लगाने से बालों में बिल्डअप हो सकता है।